CSTM

  • अडानी, गोदरेज, कल्पतरु सहित 10 कंपनियां मैदान में
  • 1642 करोड़ की परियोजना

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मुंबई. वर्ल्ड हेरिटेज (World Heritage) की श्रेणी में आने वाले देश के सबसे पुराने रेलवे स्टेशन छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) का मेकओवर पीपीपी मॉडल (PPP Model) के तहत किए जाने का निर्णय लिया गया है। एयरपोर्ट (Airport) की तर्ज पर सीएसएमटी के पुनर्विकास के लिए जारी की गई निविदा में अडानी (Adani), गोदरेज (Godrej), जीएमआर (GMR), कल्पतरु (Kalpataru) सहित देश की 10 बड़ी कंपनियों ने रुचि दिखाई है। 1642 करोड़ के इस बहुद्देश्यीय प्रोजेक्ट का काम इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (आईआरएसडीसी) की देखरेख में सार्वजनिक और निजी भागीदारी अर्थात (पीपीपी) के तहत किया जाना है। 

आईआरएसडीसी के एमडी एस के लोहिया के अनुसार, विपरित परिस्थितियों में भी देश की 10 बड़ी कंपनियों ने बिड में रुचि दिखाई है जो एक अच्छा संकेत है। इस परियोजना के तहत हेरिटेज का दर्जा प्राप्त सीएसएमटी स्टेशन की मुख्य इमारत से कोई छेड़छाड़ न करते हुए पूरे परिसर की रिमॉडलिंग के साथ वाडीबंदर और भायखला स्टेशन का भी व्यावसायिक विकास किया जाना है। 

7 माह में कंपनी का चुनाव

 सीएसएमटी स्टेशन परिसर को विश्व स्तरीय यात्री सुविधाओं के साथ एक व्यावसायिक हब के रूप में डेवलप किए जाने की योजना है। इसके लिए आवेदन करने वाले सफल बिडर का चुनाव 7 माह के अंदर हो जाएगा। वैसे जल्द ही प्रपोजल फाइनल कर कैबिनेट के समक्ष रखा जाएगा। मुंबई सीएसएमटी के साथ दिल्ली, चंडीगढ़, नागपुर और तिरुपति स्टेशनों के भी मेकओवर पहले चरण में किया जाना है। 

रेल मॉल के साथ मास्टर प्लान 

एमडी लोहिया के अनुसार, सीएसएमटी स्टेशन पुनर्विकास के मास्टर प्लान के तहत और सीएसएमटी, वाडीबंदर, भायखला तीनों स्टेशनों पर लगभग ढाई लाख वर्ग मीटर क्षेत्र का व्यावसायिक विकास किया जाएगा। इसके अलावा स्टेशन की रिमॉडलिंग के जरिए सबर्बन, लंबी दूरी की ट्रेनों के साथ हार्बर मार्ग की लोकल के लिए अलग व्यवस्था होगी। सीएसएमटी स्टेशन पर सिटी सेंटर, रेल मॉल ‘रेलपॉलिस’ का निर्माण किया जाएगा। हेरिटेज परिसर होने के कारण यहां 24 मीटर से ज्यादा ऊंचाई की इमारत बनाने की इजाज़त नहीं है। इंट्रीग्रेटेड डेवलपमेंट, उपनगरीय प्लेटफार्म, अंडर ग्राउंड पार्किंग, आधुनिक टैक्सी स्टैंड, बस स्टैंड आदि सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा।

लगेगा यूजर चार्ज

स्टेशन के पुनर्विकास के बाद निजी कंपनी और रेलवे को राजस्व का एक और निरंतर स्रोत प्राप्त होगा जो स्टेशन के वाणिज्यिक संचालन तिथि (सीओडी) के बाद उपलब्ध होगा। बोलीदाता पर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास और आसपास के रेलवे भूमि के वाणिज्यिक विकास को पट्टे पर विकसित कर 60 से लेकर 99 वर्ष तक संचालन और रखरखाव की जिम्मेदारी होगी। इसके लिए यात्रियों पर यूजर शुल्क देना होगा।

बिड में शामिल कंपनियां

सीएसएमटी स्टेशन पुनर्विकास के लिए देश की 10 कंपनियों के आवेदन मिले हैं। इनमें जीएमआर एंटरप्राइजेज प्रा. लिमिटेड, एशिया इन्फ्रास्ट्रक्चर, कल्पतरु पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड, एंकोरेज इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स लिमिटेड,अदानी रेलवे ट्रांसपोर्ट लि., ब्रुकफील्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड, मोरिबस होल्डिंग्स पीटीई लिमिटेड, गोदरेज प्रॉपर्टीज लि., की-स्टोन रिलेटर प्रा. लिमिटेड और ओबेरॉय रियल्टी लिमिटेड का समावेश है।