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पिछली अनुमति पर लगाए जा सकेंगे मंडप

मुंबई.  कोरोना महामारी के कारण इस वर्ष गणेश मंडलों को अनुमति लेने की इजाजत नहीं पडे़गी. बीएमसी ने पिछले वर्ष के कागजातों के आधार पर मंडलों को गणपति बप्पा को बिठाने की अनुमति प्रदान की है. बीएमसी ने कोरोना के कारण ठप पड़ी जिंदगी को आधिक परेशानी में नहीं डालना चाहती है इसलिए लोगों को चक्कर काटने से बचाने के लिए यह फैसला किया है. 

इस वर्ष राज्य सरकार ने बाप्पा की ऊंचाई 4 फुट से अधिक ऊंचाई की मूर्तियों को नहीं बिठाने का निर्णय किया है.  बीएमसी प्रशासन ने भी  इस साल मंडप बनाने का शुल्क नहीं लेने का ऐलान किया है. मंडप बनाने के लिए पुलिस, फायर ब्रिगेड सहित मनपा से ली जाने वाली अनुमति को भी शिथिल करते हुए पिछले साल के कागजात पर अनुमति देने का निर्णय किया है. 

किसी तरह का शुल्क नहीं लेने का भी निर्णय

गणेशोत्सव के समय सरकार ने इस साल भीड़ को नियंत्रित करने और  सोशल डिस्टेंसिंग का सही से पालन करने के लिए  गणेश मंडलों को  10 जुलाई से ऑनलाइन वन विंडो सिस्टम पर मंजूरी देने का निर्णय लिया है. गणेश मंडलोंं को 19 अगस्त तक ऑनलाइन फार्म भरने की अनुमति दी गई है. बीएमसी ने इस वर्ष गणेश मंडलों को कोरोना महामारी में राहत देते हुए मंडप बनाने के लिए मंडलों से किसी तरह का शुल्क नहीं लेने का निर्णय लिया है. बीएमसी  प्रशासन का कहना है कि मंडप बनाने से लेकर  दूसरी गतिविधियों के लिए लोगों को ज्यादा भाग दौड़ न करनी पड़े, इसके लिए पिछले साल दी गई अनुमति  के आधार पर इस वर्ष मंडप बनाने की अनुमति दी जाएगी. 

मंडलों को किसी  प्रकार की असुविधा होने पर मंडप के पदाधिकारी स्थानीय मनपा सहायक आयुक्त से सीधे संपर्क कर अपनी समस्या का निपटारा कर  सकते हैं. हालांकि मंडलों को भीड़ नियंत्रित करने सहित कोरोना का प्रसार नहीं होने देने वाला कोई कार्य नहीं करने का शपथपत्र  देना अनिवार्य  किया गया है.