Historical locos will adorn the heritage gallery

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    मुंबई. भारतीय रेलवे (Indian Railways) के विकास के साक्षी रहे कई लोको इंजन (Loco Engine) इस समय सीएसएमटी (CSMT) के  हेरिटेज गैलरी (Heritage Gallery) की शोभा बढ़ा रहे हैं। ऐतिहासिक सीएसएमटी स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 18 के पास बनाई गई हेरिटेज गैलरी में तीन और हेरिटेज लोको लाए गए हैं। कभी रेलवे की नैरो गेज पर चलने से लेकर माथेरान के टॉय ट्रेन को खींचने वाले और मुंबई-पुणे (Mumbai-Pune) के बीच चली पहली हाई प्रोफाइल ट्रेन डेक्कन क्वीन का लोको भी हेरिटेज गैलरी में पर्यटकों के लिए लाया गया है। 

    उल्लेखनीय कि सीएसएमटी की हेरिटेज गैलरी में भारतीय रेल की शुरुआत से लेकर कालांतर तक के लोको और अन्य ऐतिहासिक मशीनें  भी रखी गई हैं, ताकि लोग रेलवे के उतरोत्तर विकास की जानकारी ले सकें। लंदन में बने  1928 के रेल इंजन से लेकर 1923 में लन्दन से ही लाई गई हैंड ओपरेटेड रेल क्रेन,1915 में लाइ गई स्टोन ब्रेकर मशीन, बीईएमएल बैंगलोर में बनी रेल बस, मुर्तजापुर सेक्शन में नैरो गेज पर चलने वाले डीजल लोको आदि पुराने व महत्वपूर्ण लोको को परेल वर्कशॉप व अन्य स्थानों से लाकर यहां उनका जतन किया जा रहा है। 

    किया जा रहा जतन

    मध्य रेलवे के सीपीआरओ शिवाजी सुतार ने कहा कि पुराने ऐतिहासिक लोको एवं रेल संचालन से जुड़े सामान की जानकारी पर्यटकों को हो, इस उद्देश्य से सीएसएमटी की हेरिटेज गैलरी में इनका जतन किया जा रहा है। हेरिटेज में रूचि रखने वाली हमारी आने वाली पीढ़ी को भी इसका फायदा होगा।