Innocent Tira injected 16 crores, donors, medicines and doctors gave new life

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    मुंबई. दानदाताओं, दवाई और डॉक्टरों की बदौलत शुक्रवार को 6 माह की मासूम तीरा (Teera) को नई जिंदगी मिली। ‘स्पाइनल मस्क्यूलर अट्रॉफी’ (Spinal Muscular Atrophy’) बीमारी से जूझ रही बच्ची को हिंदुजा अस्पताल (Hinduja Hospital) के डॉक्टरों (Doctors) ने अमेरिका (US) से आई 16 करोड़ रुपए की दवाई इनेजक्शन (Injection) के माध्यम से बच्ची को दिया है।

    मुंबई के वर्ली स्थित एसआरसीसी चिल्ड्रन अस्पताल में भर्ती 6 महीने की तीरा मिहिर कामत ‘स्पाइनल मस्क्यूलर अट्रॉफी’ नामक बीमारी से जूझ रही है। डॉक्टरों के मुताबिक, इस बीमारी में शरीर में प्रोटीन बनाने वाले जीन ही मौजूद नहीं होते है, जिसके कारण मांशपेशियां और तंत्रिकाएं निष्क्रिय हो जाती है। कुल मिलाकर जीन में गड़बड़ी के चलते यह समस्या उत्पन्न होती है। 

    क्राउड फंडिंग की जरिए 16 करोड़ रुपए एकत्र किए 

    मासूम को 13 जनवरी से ही अस्पताल में भर्ती किया गया है। बच्ची का एक साइड का फेफड़े ने काम करना बंद कर दिया है जिसके चलते उसे वेंटिलेटर पर रखा गया है। वैसे तो इस बीमारी का कोई सटीक उपचार नहीं है, लेकिन हाल ही में यह दावा किया गया है कि ‘जोल्गेंस्मा’ इंजेक्शन से बीमारी पर जीत पाई जा सकती है। फिर क्या था परिवार ने क्राउड फंडिंग की जरिए 16 करोड़ रुपए एकत्र कर लिए, लेकिन इंजेक्शन की कुल कीमत 22 करोड़ रुपए तक पहुंच रही थी। आमेरिका से मंगाई जाने वाली यह दवाई पर करीब 6 करोड़ इम्पोर्ट ड्यूटी लग रही थी। पीएम नरेंद्र मोदी से गुहार के बाद इम्पोर्ट ड्यूटी माफ कर दी गई। 

    एक से दो दिन में दे दिया जाएगा डिस्चार्ज 

    गौरतलब है कि यह इंजेक्शन लगाने के लिए मुंबई में एक मात्र पीडी हिंदुजा अस्पताल एंड एमआरसी को ही अनुमति मिली है। तीरा को हिंदुजा अस्पताल में शिफ्ट किया गया। हिंदुजा अस्पताल की कंसल्टेंट पीडियाट्रिक न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. नीलू देसाई ने अपने 5 डॉक्टरों की टीम के साथ शुक्रवार को तीरा को इंजेक्शन दिया। उन्होंने बताया कि इस पूरी प्रक्रिया में 1 घंटे का समय लगा। उनके नेतृत्व में तीरा को इंजेक्शन दिया गया। तीरा बिल्कुल ठीक है और उसके स्वास्थ्य पर हम नजर बनाए हुए हैं। एक से दो दिन उसे डिस्चार्ज दे दिया जाएगा। तीरा मुंबई की दूसरी मरीज है जिसे जोल्गेंस्मा इंजेक्शन दिया गया है।

    अभिभावक ने माना आभार

    तीरा के पिता मिहिर कामत ने कहा कि मैं डॉक्टर और दानदाताओं, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री कार्यालय का आभारी हूं, जिनकी बदौलत आज मेरी बच्ची को नई जिंदगी मिली है। मेरी लोगों से अपील है कि जिस तरह मेरी बच्ची को दानदाताओं ने बचाया है उसी प्रकार इस बीमारी से जूझ रहे अन्य बच्चों और उनके अभिभावकों की सहायता करें।