मुंबई. महाराष्ट्र (Maharashtra) में घरेलू बिजली उपभोक्ताओं (Domestic Electricity Consumers) के घर में स्मार्ट मीटर (Smart Meters) लगाया जाएगा। इसकी घोषणा उर्जा मंत्री (Energy Minister) नितिन राउत (Nitin Raut) ने की है। उन्होंने कहा कि फ़िलहाल मुंबई (Mumbai), नागपुर(Nagpur) , पुणे, औरंगाबाद (Aurangabad) जैसे महानगरों में प्राथमिक स्तर पर स्मार्ट मीटर लगाने के निर्देश दिए गए हैं। ऊर्जा मंत्री राउत ने स्मार्ट मीटर योजना पर मंत्रालय में हुई समीक्षा बैठक के दौरान इस संबंध में निर्देश दिए। इसके लिए जारी टेंडर में हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार संशोधन करने के निर्देश दिए गए हैं।
ये हैं स्मार्ट मीटर के फायदे
स्मार्ट मीटर मोबाइल सिम कार्ड के उपयोग के अनुसार प्रीपेड और पोस्टपेड फॉर्म में उपलब्ध होंगे। इससे ग्राहक अपनी बिजली की खपत को नियंत्रित कर सकेंगे। बिजली की खपत के हिसाब से बिल आएगा और प्रीपेड मीटर में जमा राशि के हिसाब से बिजली का इस्तेमाल किया जा सकेगा। इससे बिजली बचाने में मदद मिलेगी। स्मार्ट मीटर से बिजली का बिल पूरी तरह देय होगा। अगर कोई मीटर से छेड़छाड़ कर बिजली चोरी करने की कोशिश कर रहा है तो उसकी सूचना तुरंत मुख्यालय में आएगा और उसे रोकना संभव होगा। यह कम से कम बिजली के विवेकपूर्ण उपयोग को भी प्रोत्साहित करेगा। ग्रिड को स्मार्ट तरीके से प्रबंधित करना संभव होगा। मीटर को दूर से चालू या बंद किया जा सकता है, जो लागत को नियंत्रित करेगा। साथ ही मीटर में रखे डाटा को दूर बैठकर मुख्यालय पर जांच के लिए ले जाया जा सकता है।
डॉ. आंबेडकर जीवन प्रकाश योजना का विस्तार ऊर्जा मंत्री ने डॉ. आंबेडकर जीवन प्रकाश योजना के तहत अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के ग्राहकों को नाममात्र दरों पर बिजली कनेक्शन प्रदान करने की योजना के विस्तार पर चर्चा की, उन्होंने इस योजना के दायरे का विस्तार करने के लिए कदम उठाने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि नाममात्र की जमा राशि जमा कर जरूरतमंदों को बिजली कनेक्शन देने की यह योजना सिर्फ दो समुदायों तक सीमित नहीं होनी चाहिए। यह व्यापक होनी चाहिए। राउत ने इस बारे में अधिकारियों को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं।