मुंबई में बंद का मिला जुला असर

  • बेस्ट समेत आवश्यक सेवाएं रही सामान्य
  • बिजली बिल मत भरो, मनसे का प्रदर्शन

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मुंबई. भारतीय मजदूर संघ समेत 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के राष्ट्रव्यापी बंद का मुंबई में मिला जुला असर देखने को मिला. किसान व मजदूर कानून के खिलाफ 26 नवंबर को एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी बंद की घोषणा की गई थी. इस बंद को अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) ने भी अपना समर्थन दिया था. इसके बावजूद शहर के कई बैंकों में कामकाज सामान्य रूप से चला. बेस्ट बसों की सेवाएं भी नियमित रूप से जारी रही. मुंबई में महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार में शामिल शिवसेना, कांग्रेस व राकां ने इस बंद का समर्थन किया था. हालांकि शिवसेना ने साफ़ किया था कि इस बंद में आपातकालीन सेवा और बेस्ट के कर्मचारी भाग नहीं लेंगे. 

मनसे का बिजली बिल नहीं भरो आन्दोलन

एक ओर जहां मजदूर यूनियन ने केन्द्र सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया. वहीं राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं ने बढ़ी हुई बिजली बिल के खिलाफ आंदोलन किया. मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने लोगों से बिजली बिल नहीं भरने की अपील की है. उन्होंने लोगों से कहा कि यदि बिल न भरने पर बिजली कर्मचारी आपके कनेक्शन को काटने के लिए आते हैं तो तुरंत पास के मनसे नेताओं को संपर्क करें. राज ने कहा कि हम बाद बिजली कमर्चारियों को सबक सिखाएंगे.

बांद्रा कलेक्टर ऑफिस पर प्रदर्शन

मनसे नेता संदीप देशपांडे ने कार्यकर्ताओ के साथ बांद्रा कलेक्टर ऑफिस के सामने प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि जब तक महाराष्ट्र सरकार बिजली बिल माफ़ करने के बारे में फैसला नहीं लेती है, तब तक आम लोग बिजली बिल न भरें. देशपांडे ने कहा कि बिजली बिल माफ़ करने के नाम पर सरकार ने लोगों को धोखा देने का काम किया है. उन्होंने कहा इस मांग को लेकर मनसे का प्रदर्शन आगे भी जारी रहेगा. मनसे कार्यकर्ताओं ने मुंबई के अलावा पुणे, ठाणे, नवी मुंबई, नाशिक और औरंगाबाद समेत कई शहरों में प्रदर्शन किया.