मराठी वोट बैंक को साधने में जुटी मनसे

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  • लॉकडाउन के दौरान किए गए कामों का वायरल किया वीडियो
  • कार्यकर्ताओं को संदेश, गर्व से कहें मनसे क्या काम करती है

मुंबई. महाराष्ट्र में सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत, कंगना रणौत विवाद के बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना मराठी वोट बैंक को मजबूत करने में जुटी हुई है. मंदिर, जिम खोलने की मांग को लेकर आक्रामक रही मनसे ने एक वीडियो वायरल किया है. गर्व से कहें मनसे क्या काम करती है शीर्षक के तहत जारी साढ़े पांच मिनट के वीडियो में यह बताने का प्रयास किया गया है कि कोरोना संकट के लगभग साढ़े पांच महीने में मनसे ने समाज के लोगों के लिए बहुत कुछ किया है.

लॉकडाउन से राज्य की आर्थिक स्थिति बिगड़ गयी 

वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से महाराष्ट्र की परिस्थिति काफी खराब है. लॉकडाउन से राज्य की आर्थिक स्थिति बिगड़ गयी है. रोजगार ठप हैं, भ्रष्टाचार  चरम पर है इस बीच सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत की जांच और कंगना रणौत विवाद की वजह से एक बार फिर बाहरी और स्थानीय मुद्दा उभर कर सामने आया है. इस सबके बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने मराठी मतदाताओं को रिझाने की कोशिश शुरु की है.

क्षेत्र में किए गए कार्यों की जानकारी

 मनसे की तरफ से वायरल किए गए वीडियो में पार्टी के पदाधिकारियों ने उनके क्षेत्र में किए गए कार्यों की जानकारी बहुत थोड़े में दी है. मनसे महासचिव रीटा गुप्ता ने बताया है कि लॉकडाउन के दौरान मनसे ने किस तरह जरुरतमंद लोगों तक अनाज, पीपीई किट और मास्क पहुंचाया. मनसे के पूर्व नगरसेवक और मजदूर नेता संतोष धुरी ने यह बताने का प्रयास किया है कि पार्टी ने मनपा के ठेका कर्मचारियों को सुरक्षा कवच एवं 300 रुपये प्रोत्साहन भत्ता दिलवाया.   

निजी अस्पतालों पर अंकुश लगाया गया

सहकार सेना के अध्यक्ष दिलीप धोत्रे ने किसानों को बीज एवं खाद मुफ्त उपलब्ध कराने की बात कही है. मनसे के नवी मुंबई शहराध्यक्ष गजानन काले ने वीडियो में यह बताने का प्रयास किया है कि कोरोना संकट के समय अधिक बिल वसूल कर रहे निजी अस्पतालों पर अंकुश लगाया गया. 

मुफ्त बस की सुविधा उपलब्ध करवाई

मनसे महाचिव और मनपा में पार्टी के गुट नेता रहे संदीप देशपांडे ने कहा कि सरकार की उदासीनता की वजह से मुंबई में नोकरी और व्यवसाय करने वालों को गणेशोत्सव के दौरान कोंकण जाना मुश्किल हो गया था. लेकिन मनसे ने कोंकण जाने वाले गणेश भक्तों के लिए मुफ्त बस की सुविधा उपलब्ध करवाई. जबकि अमेय खोपकर ने यह बताया है कि कोरोना संकट के समय मनसे सिनेमा एवं सीरियल में काम करने वाले लोगों के साथ दृढ़ता के साथ खड़ी रही. इनके अलावा मनसे नेता अभिजीत पानसे,पूर्व विधायक नितीन सरदेसाई, पूर्व मंत्री बाला नांदगावकर ने भी मनसे के कामों को जनहित में बताया है. 

बिजली बिल को लेकर मनसे ने आंदोलन किया था

बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने, जरूरतमंद एवं गरीबों को राशन देने, पुणे में 11 एंबुलेंस उपलब्ध कराने,अहमदनगर में सब्जी एवं बीज की आपूर्ति, बेस्ट कर्मचारियों को सेनिटाइजर एवं मास्क वितरण आदि सेवा कार्यों की जानकारी वीडियो में दी गई है.यह भी बताया गया है कि बिजली बिल को कम करने की मांग को लेकर मनसे ने आंदोलन किया था. 

किसी से भी बराबरी नहीं

मनसे के वीडियो में सबसे आखिर में पार्टी प्रमुख राज ठाकरे का मंतव्य है. जिसमें वह यह कहते दिख रहे हैं कि मैं किसी से बराबरी एवं तुलना नहीं कर रहा हूं.लेकिन हमारे महाराष्ट्र सैनिकों ने पिछले चार महीनों में बहुत काम किया है.लोगों को दो समय का भोजन एवं चाय देने से लेकर दवा पहुंचाने के लिए हमारे सैनिक सड़क पर उतरे थे.