chhath puja 2023
फ़ाइल फोटो

  • डूबते सूर्य को आज दिया जाएगा अर्घ्य
  • इमारतों छतों पर एवं कृत्रिम तालाबों में मनाया जाएगा छठ महापर्व

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मुंबई. कोरोना संकट के बावजूद मुंबई शहर एवं उपनगरों में रहने वाले उत्तर भारतीय लोगों में छठ पूजा को लेकर काफी उत्साह का माहौल है. मुंबई महापालिका ने तालाबों एवं समुद्र के किनारे छठ पूजा पर प्रतिबंध लगाया है, लेकिन महापर्व की तैयारी जोरों पर है. उपनगरों में कई स्थानों पर कृत्रिम तालाब बनाये गए हैं, जबकि बहुत से लोग इमारतों की छत पर एवं घरों में ही प्लास्टिक के टब में शुक्रवार को डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगे. 

छठ महापर्व के दूसरे दिन गुरुवार को व्रतियों ने पूरे दिन उपवास रहने के बाद शाम को खरना किया. व्रत धारण करने वाले महिला-पुरुष शुक्रवार को अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को पहला अर्घ्य देंगे.  गुरुवार को परिवार के सदस्य पूजा के दौरान प्रयोग में लाए जाने वाले सामान की खरीदारी में लगे हुए थे. पूजा के लिए कई स्थानों पर कृत्रिम तालाब बनाये गए हैं. छठ पूजा का आयोजन करने वाली संस्थाओं ने सभी से कोरोना प्रतिबंधक नियमों का पालन करने के लिए कहा है. यह भी कहा गया है कि जो लोग मास्क नहीं पहने होंगे उन्हें प्रवेश नहीं दिया जाएगा. कई स्थानों पर मास्क भी वितरित किया जाना है. 

मुंबई छठ उत्सव महासंघ के अध्यक्ष मोहन मिश्र ने बताया कि गुरुवार को व्रतियों ने खरना किया. खरना का छठ पूजा में खास महत्व होता है. खरना का मतलब शुद्धिकरण से है. व्रती नहाय खाय के दिन एक समय भोजन करके अपने शरीर और मन को शुद्ध करना आरंभ करते हैं, जिसकी पूर्णता अगले दिन होती है. अब वे सभी  पूजा करने तक निराजल रहेंगे. मनपा निर्देशों के तहत अधिकतर लोग घरों में छठ पूजा करेंगे. लोगों से कहा गया है कि वे प्लास्टिक के टब में खड़ा रह कर अर्घ्य दे सकते हैं. कई स्थानों पर लोगों ने किराए पर फव्वारा लिया है.

कांदिवली के ठाकुर कांप्लेक्स स्थित राजीव गांधी मैदान में नगरसेवक शिवकुमार झा एवं विक्रमादित्य एज्युकेशन ट्रस्ट के अध्यक्ष अशोक सिन्हा के प्रयास से कृत्रिम  तालाब का निर्माण किया गया है. आयोजन समिति के सुधीर मिश्र एवं इंद्रकुमार झा ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया जाएगा. कांदिवली के नगरसेवक कमलेश यादव ने बाताया कि लालजी पाड़ा के एकता नगर स्थित कथा मैदान में नदी के रूप में कृत्रिम तालाब  का निर्माण कराया गया है, जहां पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एक साथ हजार की संख्या में लोग डूबते सूर्य को अर्घ्य दे सकेंगे. सायन कोलीवाड़ा के विधायक कैप्टन तमिल सेल्वन के प्रयास से अंटाप हिल के गणेश नगर एवं विद्यालंकार के पास कृत्रिम तालाब का निर्माण कराया जा रहा है. पूरी व्यवस्था कोरोना को ध्यान में रखकर ही की गई है. पूजा स्थलों पर सैनिटाइजर की भी व्यवस्था की जा रही है. शनिवार 21 नवंबर को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ इस माहापर्व की समाप्ति हो जाएगी. 

छठ पूजा की तैयारियों को लेकर बैठक 

पवई में छठ माता पूजा सेवा समिति की तैयारियों को लेकर बैठक हुई, जिसमें वैश्विक महामारी कोरोना के खतरे  को देखते हुए  मनपा की तरफ से जारी दिशा निर्देशों का कड़ाई से पालन करने का निर्णय लिया गया. बैठक में छठ माता पूजा सेवा समिति के पूर्व अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह को श्रद्धांजलि दी गयी. छठ व्रतियों माताओं बहनों से निवेदन किया गया इस बार का पूजन अपने अपने घरों से करें या कृत्रिम तालाब में करें. बैठक की अध्यक्षता रवि सिंह ने की. बैठक में अजय सिंह, बल्ले सिंह, माधुरी सिंह, विजय तिवारी, दिनेश सिंह, शैलेश राय सहित अन्य पदाधिकारी एवं सदस्य मौजूद थे.