Preity's bank accounts started to be investigated, police custody extended till 20

  • CP ने खुद किया हाईप्रोफाइल रैकेट का पर्दाफाश

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नागपुर. पुलिस आयुक्त डॉ. बी.के. उपाध्याय ने एक हाईप्रोफाइल रैकेट का पर्दाफाश किया है. इसकी सूत्रधार 39 वर्षीय प्रीति ज्योतिर्मय दास नामक महिला के खिलाफ 24 घंटे के भीतर 2 संगीन मामले दर्ज होने के बाद खलबली मची हुई है. पांचपावली में एक्टार्शन (हफ्ता वसूली), धोखाधड़ी और लकड़गंज थाने में आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज होने के साथ ही प्रीति फरार हो गई.

शादी का झांसा देकर ठगे 14 लाख
प्रीति पर पहली एफआईआर पांचपावली निवासी उमेश तिवारी की शिकायत पर हुई. शादी का झांसा देकर उमेश से 14.87 लाख रुपये ऐंठ लिये. उमेश की पत्नी के साथ विवाद होने की जानकारी मिलते ही प्रीति ने उसे फेसबुक पर फ्रेन्ड रिक्वेस्ट भेजी. दोस्ती बढ़ाने का स्वांग रचकर फ्लैट खरीदने के लिए दबाव बनाया. उमेश से फ्लैट के लिए पहले 2.60 लाख रुपये दिये. फ्लैट न दिलाते हुए जब उमेश ने पैसे वापस मांगे तब फर्जी केस में फंसाने की धमकी देकर ब्लैकमेल करना शुरू किया. इस चक्कर में उससे नकद रुपये के अलावा दोपहिया वाहन, सोने के आभूषण और यहां तक कि घरेलू सामान भी हड़प लिया. आए दिन पैसे, सोना-चांदी की मांग से त्रस्त होने से उमेश ने पांचपावली थाने में शिकायत की, जिसकी पड़ताल के बाद प्रीति पर धारा 420, 384 का मामला दर्ज किया गया.

छापेमारी के पहले ही भागी
शुक्रवार को पुलिस ने एफआईआर के तुरंत बाद प्रीति के कामठी रोड प्रियदर्शिनी अपार्टमेन्ट स्थित घर पर छापेमारी की, लेकिन उसके पहले ही ‘पुलिस-मित्रों’ से मिली सूचना के कारण वह फरार हो गई. पुलिस ने उसके घर से काफी सामान और दस्तावेज बरामद किए हैं.

लकड़गंज में आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला
जूनी मंगलवारी में रहने वाली वैशाली पौनीकर की शिकायत पर प्रीति पर दूसरी एफआईआर लकड़गंज थाने में दर्ज की गई. वैशाली के पति सुनील किसन पौनीकर ने प्रीति दास उसके साथी ठक्करग्राम निवासी सतीश सोनकुसरे और मंगेश पौनीकर की मानसिक प्रताड़ना के कारण आत्महत्या कर ली थी. बताया गाय कि सतीश से सुनील ने कुछ कर्ज लिया था. यह कर्ज की वसूली के लिए प्रीति सहित सभी आरोपी एक दिन सुनील के घर पहुंचे. वहां प्रीति ने उसे धमकाया कि यदि कर्ज की राशि वापस नहीं की तो वह उसकी पत्नी को धंधे पर लगा देगी. प्रीति की घिनौनी बात से सुनील बुरी तरह आहत हो गया. वह उसी वक्त घर से निकला और बाबुलवन स्कूल के मैदान में जल्लाद नामक जहर खाकर आत्महत्या कर ली. आत्महत्या करने से पहले उसने अपने सुसाइड नोट में आरोपियों के नाम भी लिखे. बताया तो यह भी जाता है कि सुनील ने एक वीडियो भी बनाया था जो पुलिस ने जब्त किया है. इस मामले में अब पुलिस उसको और बाकी साथियों को खोज रही है.

CP को मिली विस्फोटक जानकारी
बताया गया कि प्रीति के बारे में सीपी उपाध्याय को विस्फोटक जानकारी मिली है. उसकी भी पड़ताल करने में जुटे हुए हैं. विशेष रूप से प्रीति समाजसेविका का चोला ओढ़कर घूमती थी और उसके साथ कांग्रेस-बीजेपी के कुछ नेता और ब्लैकमेल करने वाले अन्य लोग भी थे, जिनका भी पता लगाया जा रहा है. इनमें से एक नेता तो शुक्रवार को पाचपावली थाने में ‘सेटिंग’ करने भी पहुंचा था. पुलिस की ओर से प्रीति और उसके गिरोह की धोखाधड़ी का शिकार हुए लोगों से संबंधित पुलिस थाने में शिकायत देने की अपील की है. किसी भी थानेदार द्वारा शिकायत लेने से मना करने पर सीधे पुलिस आयुक्त कार्यालय में संपर्क करने का अनुरोध किया है.

कई संगीन मामले, जेल भी गई
प्रीति और उसके कुछ साथियों पर कई संगीन मामले दर्ज हैं. इनमें से बर्डी में 18 लाख रुपये की धोखाधड़ी के एक मामले में साथियों के साथ वह जेल की हवा भी खा चुकी है. उसी तरह भंडारा में भी सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज है. कई लोगों को पुलिस-कलेक्टर-नेताओं से काम कराकर देने के नाम पर पैसे वसूल किए जाने की जानकारी मिली है.