- 81 की एयरपोर्ट पर हुई जांच, 461 दिल्ली से पहुंचे नागपुर
नागपुर. कोरोना की दूसरी लहर देखते हुए दिल्ली, राजस्थान, गोवा और गुजरात से महाराष्ट्र के भीतर किसी भी तरह से प्रवेश करनेवालों का पहले कोरोना टेस्ट कराने एवं संबंधितों के पास निगेटिव टेस्ट होने के बाद ही प्रवेश देने के संदर्भ में कड़े निर्देश जारी किए गए हैं. किंतु आलम यह है कि एयरपोर्ट अथॉरिटी की लगातार लापरवाही उजागर हो रही है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जहां एक दिन पहले 12 यात्री कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, वहीं अब शुक्रवार को दिल्ली से नागपुर एयरपोर्ट पर उतरे 3 हवाई यात्री कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. एयरपोर्ट पर लगातार यात्री कोरोना पॉजिटिव मिलने से खलबली मची हुई है. बताया जाता है कि दिल्ली से नागपुर एयरपोर्ट पर 4 हवाई जहाज उतरे थे, जिनमें 461 यात्री पहुंचे थे.
बिना जांच प्लेन में कैसे मिला प्रवेश
उल्लेखनीय है कि कोरोना जांच करने के बाद निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद ही हवाई जहाज में प्रवेश देने के संदर्भ में कड़े निर्देश हैं. यहां तक कि एयरपोर्ट पर प्रवेश न देने की हिदायत दी गई है. इसके बावजूद दिल्ली से आ रहे हवाई जहाज में भारी संख्या में यात्रियों की कोरोना जांच नहीं होने तथा उनके पास रिपोर्ट नहीं होने का मामला उजागर हो रहा है. दिल्ली से आए 461 हवाई यात्रियों में से 81 यात्रियों के पास कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट ही नहीं थी, जिससे इन यात्रियों का नागपुर एयरपोर्ट पर कोरोना टेस्ट कराया गया जिसमें 3 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं. दिल्ली से इस तरह आ रहे मरीजों को देखते हुए एयरपोर्ट पर बरती जा रही लापरवाही को लेकर आश्चर्य जताया जा रहा है. बताया जाता है कि नागपुर एयरपोर्ट पर जांच के लिए एक निजी एजेन्सी को कोरोना टेस्ट कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
जयपुर से आया चार्टर प्लेन
विशेषत: डॉ. बाबासाहब आम्बेडकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जयपुर से भी एक चार्टर प्लेन उतरा था, जिसमें 61 यात्री सवार थे. चार्टर प्लेन के सभी यात्रियों का कोरोना टेस्ट पहले ही हो चुका था, जिसमें सभी यात्रियों के पास निगेटिव प्रमाणपत्र थे. बताया जाता है कि एयरपोर्ट पर जो 3 यात्री पॉजिटिव पाए गए, वे शहर के बाहर के थे. मनपा की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार एक दिन पहले पॉजिटिव पाए गए मरीजों को घर में ही क्वारंटाइन किया गया है. साथ ही उनके कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग का काम भी किया गया है.