नागपुर. खेती की जमीन बेचकर कृषि उत्पादन के नाम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले श्री गोविंदा डेवलपर्स एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी के 3 संचालकों के खिलाफ ईओडब्लू ने मामला दर्ज किया है. एफआईआर दर्ज होने के साथ ही पुलिस टीम ने अलग-अलग स्थानों से तीनों को गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए आरोपियों में मेहर रेसीडेंसी, खामला निवासी विजय आनंदराव शेलके (50), रौनक अपार्टमेंट, बैनर्जी लेआउट, भगवाननगर निवासी निश्चय आनंदराव शेलके (58) और कुकड़े लेआउट निवासी महेंद्र तुलसीराम गवई का समावेश है.
श्रीरामनगर, उदयनगर रिंग रोड निवासी उल्हास नामदेवराव देशमुख (53) की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया. आरोपियों ने वर्धा समुद्रपुर की मौजा शिवनी में श्री गोविंदा डेवलपर्स एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी के नाम पर खेती डेवलप की. यहां लोगों को प्लाट खरीदकर कृषि उत्पादन करने पर मोटी कमाई करने की लालच दी गई. फार्मलैंड डेवलपमेंट चार्ज के नाम पर प्रति वर्ग फुट 10 रुपये लिए गए. कल्टीवेशन चार्ज के नाम पर प्रति वर्ग फुट 5 रुपये लिए गए. इसके बाद आरोपियों ने सुपिरियर एग्रो फार्मिंग एंड कल्टीवेटर्स कंपनी की स्थापना की. निवेशकों को ऐलोविरा के पौधे लगाने पर भारी मुनाफा होने का लालच दिया गया.
मॉर्नंग वॉक करते समय दबोचा
3000 पौथे लगाने पर प्रति वर्ष 2700 किलो ऐलोविरा जेल तैयार होने की जानकारी दी. इससे 6 वर्ष तक लगातार 2.16 लाख रुपये मुनाफा देने का आश्वासन दिया गया. उल्हास ने 7.34 लाख रुपये देकर 11302 वर्ग फुट जमीन खरीदी. समयावधि बीतने के बावजूद उल्हास को कोई फायदा नहीं मिला. उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस से की. डीसीपी श्वेता खेड़कर के मार्गदर्शन में इंस्पेक्टर बबन येडगे, एपीआई अमर कालंगे, हेड कांस्टेबल गजानन मोरे, मनोजदत्त सोमवने, कांस्टेबल भरत ठाकुर, भूषण उध्दार, ज्वाला मेश्राम और भारती माड़े ने प्रकरण की जांच कर सोनेगांव थाने में मामला दर्ज किया.
पुलिस ने आरोपियों को भागने का मौका नहीं दिया. मंगलवार की सुबह मॉर्निंग वॉक करते समय पुलिस ने तीनों को दबोच लिया. उन्हें न्यायालय में पेश कर 3 दिन की पुलिस हिरासत हासिल की गई. कंपनी द्वारा करोड़ों रुपयों की ठगी किए जाने की जानकारी पुलिस को मिली है. पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि यदि कंपनी द्वारा उनके साथ धोखाधड़ी की गई है तो ईओडब्लू के एपीआई अमर कालंगे से मोबाइल क्र. 8108880098 पर संपर्क करें.