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  • आरपीआई के कई घटक दलों ने किया समर्थन

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नागपुर. धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस के अवसर पर सम्पूर्ण भारत के कोने-कोने से दीक्षाभूमि पर लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है. इस वर्ष भी 14 और 25 अक्टूबर को धम्मचक्र प्रवर्तन दिन को देखते हुए लोगों की आने की संभावना थी. किंतु डा. बाबासाहेब आम्बेडकर स्मारक समिति की ओर से इन दिनों में किसी भी तरह का कार्यक्रम ना कर, दीक्षाभूमि को बंद रखने का निर्णय लिया. अब रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया के कई घटक दलों की ओर से संयुक्त पत्र जारी कर समिति के इस फैसले का समर्थन किया गया.

समर्थन करनेवाले प्रकाश कुंभे, दिनेश अंडरसहारे, बालु घरडे, अरूण गजभिए ने कहा कि विश्व भर और देश में कोरोना महामारी का प्रकोप फैला हुआ है. ऐसे में यहां होनेवाले भीड़ से इसमें इजाफा होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है. जिससे यह फैसला जनता के हितों का है. जिस तरह 14 अप्रैल को आम्बेडकर जयंती, बुद्ध पुर्णिमा मनाई गई, उसी तरह धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस को मनाया जाना चाहिए. 14 से 25 अक्टूबर तक धम्म आचरण पखवाडा के रूप में मनाने की सलाह भी इन दलों ने दी है.