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  • अजनी से शुरू हो जबलपुर इंटरसिटी

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नागपुर. पश्चिम मध्य रेल के जबलपुर मंडल ने इतवारी और जबलपुर के बीच इंटरसिटी एक्सप्रेस का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजकर लाखों यात्रियों की उम्मीदों और बढ़ा दिया है. लेकिन रेलवे उपभोक्ता समितियों के सदस्य अब भी इसे इतवारी की बजाय अजनी से चलाने का अधिक उपयोगी बता रहे हैं. सभी ने एक स्वर में कहा कि निश्चित तौर पर इतवारी से ट्रेन चलने पर रेलवे को कुछ व्यवसायिक फायदा हो सकता है. लेकिन सिर्फ अपने फायदे के बजाय रेलवे को यात्रियों की सहूलियत के बारे में अधिक सोचना चाहिए.

3 घंटे का समय बचेगा: बृजभूषण शुक्ला

डीआरयूसीसी मेंबर बृजभूषण शुक्ला ने कहा कि जबलपुर इंटरसिटी को हर हाल मे अजनी से ही चलाना चाहिए. गोंदिया-बालाघाट-नैनपुर के रास्ते आने से उनका करीब 3 घंटे का समय बचेगा. क्योंकि इस इंटरसिटी के अधिकांश यात्री गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीज होंगे. इस अवधि में कई लोगों की जिंदगियां बच जाएगी. यदि उन्हें इतवारी में उतरना पड़े तो फिर यहां से धंतोली के लिए ऑटो, टैक्सी जैसे साधनों के लिए परेशान होना पड़ेगा. जबकि यदि ट्रेन सीधे अजनी पहुंचे तो यात्रियों को सरकारी से लेकर प्राइवेट एंबुलेंस जैसी सुविधाएं कुछ ही मिनट में मिल जायेगी. सभवत: रेलवे इतवारी से इंटरसिटी एक्सप्रेस के साथ ही माल लदान की संभावना देख रहा हो, लेकिन रेलवे को व्यापार के साथ ही यात्रियों की सुविधाओं और परेशानियों को भी ध्यान में रखना चाहिए. 

2 और स्टेशन जोड़े जा सकेंगे : बसंत कुमार शुक्ला

वहीं,भारतीय यात्री केन्द्र के अध्यक्ष बसंत कुमार शुक्ला ने कहा कि यदि जबलपुर इंटरसिटी अजनी से चलाया जाये तो नागपुर और इतवारी, दोनों स्टेशन भी जोड़े जा सकेंगे. वास्तव में जबलपुर या इस क्षेत्र से आने वाले यात्रियों के लिए अजनी स्टेशन ही सबसे अधिक उपयोगी और सहूलियत भरा होगा. अजनी से यात्रियों के लिए अंतर-शहर परिवहन बेहद आसान हो जायेगा. अजनी से चलने के बाद इतवारी स्टेशन अपने आप ही कवर हो जायेगा. यदि रेलवे की मंशा है कि उक्त इंटरसिटी में लदान कार्य भी किया जा सके तो इतवारी स्टेशन पर किसान रेल की तरह ही अधिक देर का स्टॉपेज दिया जा सकता है.

एक ट्रेन लो, तो एक ट्रेन दो : प्रवीण डबली

वहीं, डीआरयूसीसी के पूर्व सदस्य प्रवीण डबली ने कहा कि जबलपुर इंटरसिटी को इतवारी से चलाने पर इस स्टेशन का विकास हो सकेगा. यात्रियों की सुविधाओं के नाम पर पहले भी इतवारी से कई ट्रेनें छिनी गई है. यही वजह है कि इस स्टेशन का उचित विकास नहीं हो सका. यदि जबलपुर इंटरसिटी को इतवारी की बजाय अजनी से चलाने की मंशा है तो फिर अजनी-पुणे एक्सप्रेस को इतवारी से परिचालित करना चाहिए. 

गडकरी के समक्ष रखेंगे मांग : धमेन्द्र आचार्य

रेलवे उपभोक्ता समिति में शामिल धर्मेन्द्र आचार्य के अनुसार,जबलपुर इंटरसिटी एक यात्री ट्रेन है न कि पार्सल स्पेशल या मालगाड़ी. इसे शुरू करने के लिए पहले यात्रियों की सुविधा और सहूलियत के बारे में सोचा जाना चाहिए. यह तो साफ है कि नागपुर और जबलपुर के बीच सफर करने वाले लाखों यात्रियों के लिए अजनी स्टेशन ही सबसे बेहतर होगा. हम केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के समक्ष भी यह मांग रखेंगे. चूंकि बात लाखों रेल यात्रियों की है इसलिए हमें पूरी उम्मीद है कि गडकरी इस मांग को जरूर पूरा करेंगे.