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नागपुर. राज्य के अभियांत्रिकी व फार्मेसी डिप्लोमा के अंतिम वर्ष की परीक्षा ५ अक्टूबर से ली जाएगी. इससे पहले बैकलॉग छात्रों की परीक्षा २५ सितंबर से ४ अक्टूबर से ली जाएगी. परीक्षा का परिणाम 3१ अक्टूबर को घोषित कर दिया जाएगा. वहीं दूसरी ओर सदर स्थित शासकीय पालिटेक्नीक के साथ ही राज्यभर की 17 आटोनॉमस संस्थाओं में १० अक्टूबर से परीक्षा ली जाएगी. इनका परिणाम 3० अक्टूबर को घोषित किया जाएगा. जबकि बैकलॉग विषयों की परीक्षा १ से ९ अक्टूबर तक ली जाएगी.

कोरोना के कारण विश्वविद्यालयीन सहित सभी परीक्षाएं देरी से ली जा रही है. सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बाद उच्‍च व तकनीक शिक्षा विभाग ने परीक्षाओं की तैयारियां शुरू की है. महाराष्ट्र राज्य तकनीकी शिक्षा मंडल (एमएसबीटीई) ने अभियांत्रिकी और फार्मेसी डिप्लोमा पाठ्यक्रम की परीक्षाओं का शेड्यूल घोषित किया है.

इसके अनुसार २५ सितंबर तक प्रात्यक्षिक परीक्षा, बैकलॉग विषयों की परीक्षा ली जाएगी. नियमित छात्रों की लिखित परीक्षा ५ से १५ अक्टूबर तक ली जाएगी. इसके अलावा आटोनॉमस संस्थाओं की प्रात्याक्षिक परीक्षाएं २१ से २८ सितंबर तक ली जाएगी. अंतिम वर्ष के बैकलॉग विषयों की परीक्षा १ से ९ अक्टूबर और मुख्य लिखित परीक्षा १० से २४ अक्टूबर तक ली जाएगी.

बहुपर्यायी प्रश्न पैटर्न रहेगा
प्रात्यक्षिक परीक्षा विभाग स्तर पर ऑनलाइन पद्धति से ली जाएगी. जिन छात्रों के पास ऑनलाइन सुविधा नहीं है, वे मोबाइल या लैंडलाइन के माध्यम से परीक्षा दे सकेगे. जिन छात्रों ने मौखिक परीक्षा नहीं दी, उनमें टर्म वर्क, जनरल सबमिशन, कन्टील्युअस असेसमेंट के आधार पर प्रात्यक्षिक व मौखिक परीक्षा के अंक दिये जाएगे. टाइम टेबल वेबसाइट www.gpnegpur.ac.in पर उपलब्ध है. अंतिम वर्ष और बैक विषयों की लिखित परीक्षा बहुपर्यायी प्रश्न (एमसीक्यु) पैटर्न से ली जाएगी. इसमें छात्रों को ४० प्रश्न दिये जाएगे. जिन्हें 1 घंटे के भीतर 3० प्रश्न हल अनिवार्य होगा.

परीक्षा तक मोबाइल नंबर न बदले
जिन छात्रों के पास कम्प्यूटर, इंटरनेट, स्मार्टफोन, लैपटॉप और आयपैड नहीं है, वे अपनी नजदिकी पालिटेक्नीक में जाकर परीक्षा दे सकेगे. लेकिन इसके लिए छात्रों को कारण भी बताना होगा. लिखित परीक्षा के लिए सभी निर्देशों का पालन अनिवार्य होगा. किसी अपरिहार्य कारणवश छात्र परीक्षा देने में असमर्थ हो तो उन्हें एक और अवसर दिया जाएगा. परीक्षा होने तक छात्रों से अपना मोबाइल नंबर नहीं बदलने की आहवान किया गया है. दिव्यांग छात्रों के लिए अधिक समय के साथ ही किसी की मदद लेने की सुविधा दी जाएगी.