नागपुर. राष्ट्रवादी कांग्रेस की ओर से सिटी को वादे के अनुसार 24 घंटे पानी देने और पानी की दर कम करने की मांग को लेकर संविधान चौक पर आंदोलन किया गया. आंदोलनकारियों ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी व पूर्व सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने मनपा के जलप्रदाय विभाग को निष्क्रिय बताते हुए पानी वितरण का निजीकरण कर दिया. तब सपना दिखाया गया था कि नागरिकों को 24 घंटे पानी मिलेगा.
विदेशी कंपनी ओसीडब्ल्यू को 2012 में ठेका दिया गया और कहा गया था कि 2017 तक पूरी सिटी में लोगों को 24 घंटे पानी दिया जाएगा. आज 2021 शुरू हो गया है लेकिन लोगों को एक घंटा भी पानी नहीं मिल रहा. अब तो हर वर्ष पानी का दर भी बढ़ाया जा रहा है. राकां शहर अध्यक्ष अनिल अहिरकर ने कहा कि जब जलप्रदाय विभाग सिटी में जलापूर्ति करती थी तब मनपा 3 करोड़ रुपये के फायदे में थी, लेकिन आज मनपा हर वर्ष करीब 100 करोड़ रुपयों के घाटे में है.
5 फीसदी हर वर्ष बढ़ता रेट
अहिरकर ने कहा कि 25 वर्षो का ठेका निजी कंपनी को दिया गया है और हर वर्ष 5 प्रतिशत पानी की दर बढ़ाकर जनता को लूटा जा रहा है. राकां ने पानी के निजीकरण में हुए घोटाले की जांच करने की मांग की थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. अब जब तक 24 घंटे पानी नहीं दिया जाता और रेट कम नहीं किया जाता तब तक शृंखलाबद्ध आंदोलन जारी रहेगा.
इस दौरान दुनेश्वर पेठे, प्रशांत पवार, बजरंग सिंह परिहार, प्रकाश गजभिये, वेदप्रकाश आर्य, जानबा मस्के, दिलीप पनकुले, वर्षा श्यामकुले, श्रीकांत शिवणकर, अशोक काटले, लक्ष्मी सावरकर, विशाल खांडेकर, शैलेश पांडे, रवींद्र इटकेलवार, शैलेंद्र तिवारी, रवि पराते, नूतन रेवतकर, लीला शिंदे, चरणजीत सिंग चौधरी, महेंद्र भांगे, सुरेश करणे, सुनील लांजेवार, साजिद अली, प्रज्ञाशीला घाटे, संजय तिवारी, राजेश तिवारी, प्रमिला टेंभेकर, महबूब पठान, अजहर पटेल, तौसीक शेख, राकेश बोरीकर, सूफी टायगर, अनिल बोकडे सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे.