कुली कर रहा टिकटों की कालाबाजारी, सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाकर भर रहा रिजर्वेशन फार्म

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नागपुर. एक तरफ रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक अरुण कुमार पूरे देश से अवैध टिकट एजेंटों की जड़ें काटने के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं. दूसरी तरफ, नागपुर स्टेशन के रिजर्वेशन सेंटर में कुली ही टिकटों की कालाबाजारी कर रहा है. हर दिन सुबह 10 बजे के बाद स्टेशन पर तैनात कुली (बक्कल नंबर 217) को रिजर्वेशन सेंअर में खुलेआम यात्रियों के लिए टिकट बनवाते देखा जा सकता है. एक टिकट के लिए उक्त कुली कमीशन भी वसूल रहा है.

इस दौरान यहां सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ते हुए भी देखी जा सकती है जहां उक्त कुली द्वारा रिजर्वेशन फार्म भरने दौरान 5 से 7 लोग उसे पूरी तरह घेर के खड़े रहते हैं. ज्ञात हो कि 10 बजे से तत्काल कोटे की टिकट बुकिंग शुरू होती है.

CCTV में सब दिखता है
टिकटों की कालाबाजारी रोकने की जिम्मेदारी रेलवे सुरक्षा बल के जिम्मे है. चाहे स्टेशन परिसर के भीतर हो या बाहर, या फिर किसी अवैध एजेंट पर छापेमारी का अधिकार केवल आरपीएफ को है. वहीं, पूरे स्टेशन परिसर की 250 हाई डेफिनेशन सीसीटीवी कैमरो से निगरानी भी की जा रही है. ऐसे में एक छोटे से रिजर्वेशन काउंटर हॉल की निगरानी बहुत कठिन कार्य नहीं है. उक्त कुली हर दिन सुबह 10 बजे से अवैध टिकट बुकिंग के काम में लग जाता है. सीसीटीवी में यह नजारा कैद भी होता है.

एक ओर जहां कुली बक्कल नंबर 217 खुलेआम यात्रियों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग को ताक पर रखकर अपनी कमाई कर रहा है. ज्ञात हो कि उक्त कुली को बेटा भी लंबे समय से अवैध टिकट दलाली में लिप्त रहा है. बक्कल नंबर 217 पहले भी कुली का काम कम और टिकट दलाली ज्यादा किया करता था. अब कोरोना काल में यात्रियों की जान दांव पर लगाकर भी यही काम जारी रखा है. 

सोशल डिस्टेंसिंग पर भी कार्रवाई हो
ज्ञात हो कि इन दिनों शहर में बिना मास्क पहने वालों पर चालान ठोका जा रहा है. शहर पुलिस द्वारा पिछले 3 दिनों से जारी इस अभियान का असर भी दिखाई देने लगा है. वहीं, परिसर में भी सारे जरूरी नियमों और दिशानिर्देशों को हवा में उड़ता देखा जा सकता है. एक बार फिर परिसर में आटोचालकों की धमाचौकड़ी शुरू हो चुकी है. इनके वाहन भले ही परिसर में ना हो लेकिन बिना किसी रोक-टोक गले में हाथ डालकर परिसर में घूम रहे हैं.

इनकी गतिविधियों से साफ है कि अब किसी को कोरोना की डर नहीं रहा या फिर एक बार फिर स्टेशन पर लापरवाही का रवैया शुरू हो गया है. शहर पुलिस की तरह रेलवे सुरक्षा बल को बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर सख्ती से कार्रवाई शुरू करनी चाहिए ताकि रेलवे परिसर में कोरोना संक्रमण की गंभीरता बनी रही.