नागपुर. कोरोना के कहर से 2 माह से बंद पड़े एयरपोर्ट में सोमवार से उड़ानें शुरु हुई तो यहां सावधानी और सतर्कता का पूरा ध्यान रखा गया. फ्लाइट में बैठने से पहले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग हुई. सभी यात्रियों को एयरलाइन की तरफ से फेस मास्क दिए गए जिसे पहनकर वह फ्लाइट में बैठे. वहीं फ्लाइट अटेडेंट पीपीई किट पहने दिखाई दिए. सुरक्षा कर्मियों को भी पीपीई किट दी गई थी. परिसर को बार-बार सैनिटाइज किया जा रहा था. आने वाले सभी यात्रियों के हाथ में होम क्वारंटाइन का निशान लगाया गया. विमान सेवा शुरु होने से पहले ही सरकार की ओर से सुरक्षा से संबंधित सभी गाइडलाइंस जारी कर दी गई थी. यात्रियों को 2 घंटे पहले ही एयरपोर्ट पहुंचने के निर्देश दिए गए थे. एंट्री गेट पर स्क्रीनिंग के बाद ही यात्रियों को भीतर जाने दिया गया.
काफी समय बाद दिखी चहल-पहल
फ्लाइट ऑपरेशन शुरू होने के साथ काफी समय बाद एयरपोर्ट पर चहल-पहल नजर आई. हालांकि विमान और यात्रियों की संख्या काफी कम थी. एयरपोर्ट से लॉकडाउन के पहले तक रोज 30 से ज्यादा विमान आना-जाना कर रहे थे. लॉकडाउन के बाद पहले दिन केवल 4 विमान आए. सुबह से ही फ्लाइट अटेंडेंट ड्यूटी के लिए पहुंचने लगे थे. परिसर में एयर होस्टेस भी नजर आई.
कोलकाता विमान को नहीं मिली मंजूरी
पश्चिम बंगाल में हवाई सेवाएं 28 मई से शुरू होंगी. हाल ही में पश्चिम बंगाल में अम्फान तूफान आया था, जिसकी वजह से बड़ी संख्या में जान और माल का नुकसान हुआ था. पहले इंडिगो की ओर से कोलकाता के लिए एक विमान सोमवार से शुरु करने की तैयारी की गई थी. तूफान से हुई तबाही को देखते हुए वहां 28 मई तक विमान सेवाएं शुरु नहीं करने का निर्णय लिया गया.
बंद रही टैक्सी सेवा
सोमवार से विमानों की आवाजही से शुरू हो गई लेकिन टैक्सी सेवा बहाल नहीं हो पाई. प्रशासन की ओर से फिलहाल टैक्सी और आटो चलाने की मंजूरी नहीं दी गई है. ऐसे में यात्रियों को लेने और पहुंचाने के लिए खुद के वाहनों की व्यवस्था की गई. बताया जाता है कि यात्रियों को लाने व ले जाने के लिए 2 बसों की व्यवस्था भी की गई. एयरपोर्ट परिसर के टैक्सी स्टैंड भी खाली नजर आ रहा है.