जिले के बांधों में 50 % जल भंडारण

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  • पिछले साल की तुलना में इस वर्ष 35 प्रतिशत कम पानी

नाशिक. जिले में 1 जून से 12 अगस्त के बीच हुई बारिश से बांधों का कुल जल स्तर 18 प्रतिशत से बढ़ने से उपयुक्त जल स्तर 50 प्रतिशत हो गया है. परंतु पिछले साल की तुलना में यह 35 प्रतिशत कम है. इसलिए चिंता के बादल छाए हुए हैं. आगामी डेढ़ माह में यदि दमदार बारिश नहीं हुई तो नाशिकवासियों को गंभीर जल किल्लत का सामना करना होगा. पिछले साल अगस्त माह के पहले सप्ताह में ही जिले के बांध 85 प्रतिशत भर गए थे. परंतु इस साल बारिश रुक गई है. इसलिए पिछले साल की तुलना में इस साल जिले के कुल 24 बांधों का जल स्तर 35 प्रतिशत कम हो गया है. पिछले साल 12 अगस्त को बांधों में 85 प्रतिशत जल था. परंतु आज यह जल स्तर 50 प्रतिशत है. 

जलापूर्ति में कटौती का करना होगा सामना

चिंता की बात यह है कि नाशिक शहर को जलापूर्ति करने वाले गंगापुर बांध समूह में पिछले साल 93 प्रतिशत जल था. इस साल 43 प्रतिशत उपयुक्त जल शेष है. इस साल 1 जून से 12 अगस्त तक केवल 18 प्रतिशत जल जमा हुआ. इसलिए शहर सहित जिले में जल किल्लत निर्माण होने की संभावना व्यक्त की जा रही है. आगामी दिनों में जोरदार बारिश नहीं हुई तो शहर सहित जिलावासियों को इस साल जल कटौती का सामना करना होगा. सूखे के रूप में पहचाने जाने वाले पूर्व क्षेत्र में  औसत से अधिक बारिश होने से गिरणा खोरे में पिछले साल 73 प्रतिशत जल था. इस साल 50 प्रतिशत यानी कि 23 प्रतिशत जल कम है. दारणा समूह में इस साल 67 प्रतिशत जल है. पिछले साल 93 प्रतिशत जल था. पिछले साल की तुलना में इस साल 26 प्रतिशत जल कम है. पालखेड में 23 प्रतिशत जल शेष है. पिछले साल 93 प्रतिशत था. पिछले साल जिले में 55 हजार 661 लाख घनफुट यानी कि 85 प्रतिशत जल था. इस साल 32 हजार 721 लाख घनफुट यानी कि 50 प्रतिशत उपयुक्त जल है. कुल मिलाकर जिले के बांधों का जलस्तर 35 प्रतिशत कम है.