FDA Approves Remadecivir as First Medication for Covid-19 Treatment in US

  • सातपुते का दूसरा साथी फरार

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नाशिक. पता चला है कि रेमडेसिविर काला बाजारी मामले में गिरफ्तार संदिग्ध दीपक सातपुते राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत जुलाई 2020 से सिविल अस्पताल में अनुबंध वॉर्ड बॉय के रूप में काम कर रहा है. उसका साथी कार्तिक सोनार फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है. एक स्टिंग ऑपरेशन के माध्यम से रेमेडेसिविर इंजेक्शन की चौंकाने वाली प्रकृति का खुलासा हुआ था, जो कोविड बीमारी में रोगियों के लिए उपयोगी है. सिविल में कोविड कक्ष में कॉन्ट्रैक्ट अटेंडेंट के रूप में काम करने वाले दीपक सातपुते ने कबूल किया है कि उसने रेमडेसिविर का एक महंगा इंजेक्शन निकाला और उसे बेच दिया.

17 तक पुलिस हिरासत में आरोपी

सरकारवाड़ा पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और अदालत ने उसे शनिवार (17 अक्टूबर) तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है. जैसा कि सातपुते ने कबूल किया कि उसने ‘सिविल’ से इंजेक्शन चुराया था. वहीं  ‘सिविल’ प्रशासन ने दावा किया है कि इंजेक्शन हमारा नहीं था. सातपुते एक सामान्य परिवार से है. उसके पिता चप्पल सिलते हैं. उसने कर्नाटक के बीदर के गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज से साढ़े तीन साल का नर्सिंग कोर्स किया है. कार्तिक सोनार ने अहमदनगर में नर्सिंग की पढ़ाई की है. दोनों एक साथ जयभवानी रोड पर रहते हैं. दोनों ने रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदने के लिये 4500 रुपये साझा किए थे.