साईं दर्शन के लिए भारतीय वेशभूषा में आएं श्रद्धालु

  • साईं बाबा संस्थान ने की अपील

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शिर्डी. साईं बाबा समाधि मंदिर में दर्शन के लिए आते समय श्रद्धालुओं को आधे-अधूरे कपड़ों के बजाए भारतीय वेशभूषा में आने की अपील साईं बाबा संस्थान द्वारा की गई है. इससे महिला भाविकों द्वारा की जाने वाले मांग पूरी हो गई है. धार्मिक स्थल को कुछ व्यक्ति पर्यटन स्थल के रूप में आते करते हैं. तीर्थ क्षेत्र में भी कई लोग आधे अधूरे कपड़े पहनकर आते हैं. इसके चलते वहां की पवित्रता व शांतता खतरे में आती है.

मंदिर परिसर में लगाए गए अपील के फलक 

साथ ही अन्य श्रद्धालुओं की भावनाओं को भी ठेस पहुंचती है. इसलिए मंदिर परिसर में आते समय श्रद्धालुओं को भारतीय वेशभूषा में आने की मांग महिला श्रद्धालू कर रही थीं, जिसे साईं बाबा संस्थान के सीईओ कान्हुराज बगाटे ने गंभीरता से लेते हुए अपील करते हुए मंदिर परिसर में फलक लगाए हैं.

संस्थान द्वारा लिए गए इस निर्णय का अधिकतर श्रद्धालुओं ने स्वागत किया है. देशभर के अनेक मंदिरों में जाने के लिए श्रद्धालु भारतीय वेशभूषा धारण करते हैं. जिन्हें आधे अधूरे कपड़े पहनने हैं वह पर्यटन स्थल या उद्यान में जाने की प्रतिक्रिया कई श्रद्धालुओं ने व्यक्त की. 

कुछ श्रद्धालुओं ने व्यक्ति स्वतंत्रता पर प्रतिबंध लगाने की बात की. देश के प्रत्येक मंदिर, मस्जिद, गुरु द्वारा सहित सभी धार्मिक जगह पर इस तरह के नियम होना जरूरी है. हमने नियमों का पालन करने के बाद हमारे बच्चे इस नियम का पालन करेंगे. संस्थान द्वारा लिए गए इस निर्णय का हम स्वागत करते हैं, ऐसी प्रतिक्रिया दिल्ली की एक महिला श्रद्धालु ने व्यक्त की. 

शिर्डी ग्रामीणों की महिलाओं ने कहा यह स्वागत योग्य कदम

साईं संस्थान द्वारा लिए गए इस निर्णय का शिर्डी के ग्रामीणों ने महिलाओं ने स्वागत करते हुए आनंद व्यक्त किया. शिर्डी देश-विदेश के लाखों श्रद्धालुओं का श्रद्धा स्थान है. यहां पर हर दिन असंख्य लोग साईं के चरणों में नतमस्तक होते हैं. परंतु कुछ श्रद्धालु दर्शन के लिए आते समय आधे अधूरे कपड़े पहलकर आते हैं, जिसे लेकर कई संस्थान के पास शिकायत  आती थी. 

9 साल पहले भी आधे-अधूरे कपड़े पर उठा था विवाद

9 साल पहले मॉडेल प्रियदर्शनी चटर्जी आधे-अधूरे कपड़े पहनकर दर्शन के लिए आने के बाद विवाद हुआ था. इसके बाद संस्थान ने श्रद्धालुओं को भारतीय वेशभूषा में आने की अपील की थी, लेकिन उस पर अमल नहीं हो पाया. अब संस्थान ने वेशभूषा को लेकर मंदिर प्रवेश द्वार पर ही फलक लगाए है. इस निर्णय से आधे अधूरे पकड़े पहनकर आ रहे श्रद्धालुओं प्रवेश द्वार से ही वापस भेजा जा रहा है.

हम केवल सूचना, बिनती और अपील कर रहे हैं. कुछ श्रद्धालुओं ने आधे अधूरे कपड़े पहनकर आने वाले श्रद्धालुओं की शिकायत की थी. इसलिए हमने दर्शन के लिए आते समय भारतीय वेशभूषा में आने की अपील की. ड्रेस कोड की सख्ती नहीं है.

-कान्हूराज बगाटे, सीईओ, साईं बाबा संस्थान, शिर्डी