मनपाकर्मियों को नए साल में मिलेगा प्रमोशन का तोहफा

  • मनपा आयुक्त कैलास जाधव ने दी जानकारी

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नाशिक. 2013 से मनपा अधिकारी-कर्मचारियों को पदोन्नति नहीं मिली है, जिसकी राह अब खुल गई है. दिसंबर माह में विवरण पत्र और सेवा ज्येष्ठता की सूची तैयार कर नए साल में मनपा के डेप्युटी इंजीनियर से लेकर शिपाई तक को  पदोन्नति का गिफ्ट देगी. यह जानकारी मनपा आयुक्त कैलास जाधव ने दी.

बता दें कि मनपा अधिकारी-कर्मचारियों की विभिन्न मांगें सालों से प्रलंबित हैं. कर्मचारी भर्ती की जरूरत है, लेकिन वह राजनीति के चलते रुकी हुई है. इसके चलते अधिकारी-कर्मचारियों पर अतिरिक्त कार्य का बोझ बढ़ रहा है. 2013 में तत्कालीन मनपा आयुक्त संजय खंदारे ने स्क्रीन पर सूची प्रसिद्ध करते हुए पदोन्नति की पारदर्शक प्रक्रिया पूर्ण की थी. परंतु उसके बाद प्रशासकीय स्तर पर पदोन्नति के लिए प्रयास नहीं किए गए.

पदोन्नति प्रक्रिया लगातार शुरू रखने के बजाए 6-6 साल अधिकारी-कर्मचारियों को पदोन्नति नहीं दी जा रही है. इसके पहले 90 प्रतिशत अधिकारी-कर्मचारियों को कालबद्ध तरीके से पदोन्नति मिली, लेकिन पद नहीं दिया गया. यानी की वेतन पदोन्नति श्रेणी के अनुसार लेने का और कामकाज पहले की तरह करने का इस तरीके से मनपा में कामकाज शुरू है. कई अधिकारी-कर्मचारी बगैर पदोन्नति के सेवानिवृत्त हुए.

 सेवानिवृत्ति के नजदीक होने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को लाभ 

पदोन्नति को लेकर मनपा आयुक्त कैलास जाधव द्वारा लिए गए निर्णय से सेवानिवृत्ति के नजदीक होने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को पदोन्नति लाभ की संभावना व्यक्त की जा रही है. नाशिक महानगर पालिका में 186 केडर संवर्ग है, जिनकी पदोन्नति के लिए शुरुआत में आपत्ति दर्ज करने की अपील की गई थी. दर्ज हुई आपत्ति पर सुनवाई कर अंतिम सेवा जेष्ठता की सूची प्रसिद्ध की है. पदोन्नति की अपेक्षा में दिन काट रहे इन अधिकारी-कर्मचारियों को पदोन्नति देने के लिए मनपा आयुक्त की अध्यक्षता में होने वाली समिति के माध्यम से छंटनी होकर दिसंबर आखिर तक निर्णय लिया जाएगा.

लेखा और लेखा विभाग के केडर संवर्ग के 2013 से 2020 तक पदोन्नति की प्रतीक्षा करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों की पदोन्नति को हरी झंडी दिखाई गई है. इसके साथ अन्य संवर्ग के 2017 से 2020 के बीच पदोन्नति की प्रतीक्षा करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को भी पदोन्नति मिलने वाली है. संबंधित अधिकारी-कर्मचारियों को पदोन्नति देने के लिए उनका गोपनीय रिपोर्ट, शैक्षणिक पात्रता और अन्य कामकाज की जांच करने के बाद पदोन्नति दी जाएगी.

प्राप्त जानकारी की हो रही है जांच

पदोन्नति के लिए 365 पद है. खुले संवर्ग के 369 पद है. इस पदोन्नती के लिए 2 हजार अधिकारी-कर्मचारी की प्राप्त हुई संपूर्ण जानकारी की जांच की जा रही है. इसमें से पात्र होने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को पदोन्नति दी जाएगी. आज की स्थिति में मनपा में 5089 मंजूर पद है. इसमें से 4758 पद पर अधिकारी-कर्मचारी कार्यरत है. तो सफाई कर्मचारियों के साथ कुल 7082 पद मंजूर है. परंतु आज की स्थिति में 2324 पद रिक्त है.

जल्द ही भेजी जाएगी सरकार को रिपोर्ट

मनपा अधिकारी-कर्मचारियों को सातवां वेतन आयोग लागू करने के लिए मनपा प्रशासन कार्यरत है. मनपा के 183 संवर्ग सरकार के संवर्ग में से भिन्न होने से इन पद के लिए वेतन श्रेणी की समकक्षता कैसे निश्चित करें? इस बारे में प्रशासकीय स्तर पर अद्ययन शुरू है. आगामी दिनों में वेतन आयोग लागू करने के लिए रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेजी जाएगी.

राज्य सरकार ने मनपा कर्मचारियों को सातवां वेतन लागू करने के लिए अनुमति दी, लेकिन यह वेतन श्रेणी देते समय सरकार के पद समकक्ष वेतनश्रेणी से अधिक वेतन नहीं दे सकते. इसलिए अधिकारी-कर्मचारी निराश हो गए हैं. दिसंबर आखिर तक पदोन्नति की प्रक्रिया पूर्ण होगी. इसके लिए पदोन्नति समिति कार्यरत है. विवरण पत्र सहित अन्य प्रलंबित विषय का सभी कार्य जल्द ही पूरा होगा. इसके बाद नए साल में डेप्युटी इंजिनिअर से लेकर शिपाई तक ऐसे सभी पदोन्नती के रूप में गिफ्ट दिया जाएगा.

-कैलास जाधव, आयुक्त