लॉकडाउन लगाने का कोई निर्णय नहीं

  • अफवाह फैलाने वालों पर होगी कार्रवाई

Loading

नाशिक. रविवार को सोशल मीडिया पर कोरोना के बढ़ते प्रसार के कारण नाशिक में सार्वजनिक कर्फ्यू लगाया जा रहा है, यह सिर्फ एक अफवाह है और पालक मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि नाशिक में तालाबंदी या कर्फ्यू लगाने की कोई योजना नहीं है. अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, ऐसी चेतावनी जिला कलेक्टर सूरज मांढरे ने दी है.

देश भर में कई स्थानों पर कोरोना पीड़ितों की संख्या बढ़ रही है और कुछ राज्यों और जिलों ने जनता पर प्रतिबंध लगाना शुरू कर दिया है. दिवाली से पहले की तुलना में कोरोना रोगियों की संख्या अब बढ़ रही है. रविवार को पालक मंत्री भुजबल ने प्रशासनिक अधिकारियों की एक बैठक बुलाई थी, ताकि यह तय किया जा सके कि मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है या नहीं.

हालांकि इस बैठक की पृष्ठभूमि में, यह संदेश नहीं दिया गया कि नाशिक में फिर से एक तालाबंदी होगी और एक सार्वजनिक कर्फ्यू लगाया जाएगा लेकिन सोमवार सुबह से व्हाट्सएप और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया पर ये संदेश वायरल हो रहे हैं कि नाशिक में लॉक डाउन फिर शुरू होगा.

कुछ समाचार चैनलों द्वारा पहले की पुरानी खबरें कुछ शरारती नागरिकों द्वारा वायरल की गईं. इससे व्यापारियों, दुकानदारों और साधारण नाशिक निवासियों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई. अंत में जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया कि कर्फ्यू या लॉकडाउन नहीं होगा. यह अपील करते हुए कि किसी को भी इस तरह की अफवाहों पर विश्वास नहीं करना चाहिए, जिला प्रशासन ने भी चेतावनी दी है कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. 

बैठक में स्थिति पर विस्तार से चर्चा की गई. वर्तमान में स्कूल शुरू नहीं करने का निर्णय लिया गया है. जनता कर्फ्यू लगाने की कोई योजना नहीं है. 8 से 15 दिनों में एक और समीक्षा बैठक होगी. 

-छगन भुजबल, संरक्षक मंत्री

कोरोना रोगियों में वृद्धि हुई है, यह स्पष्ट नहीं है कि यह क्या कारण है. इसलिए, वर्तमान में सार्वजनिक कर्फ्यू लगाने का कोई सवाल ही नहीं है. सभी प्रतिष्ठान एक ही तरीके से जारी रहेंगे. अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. 

-सूरज मांढरे, नाशिक ज़िला कलेक्टर