नाशिक. आधार कार्ड प्रत्येक नागरिक के लिए महत्वपूर्ण है, ठीक उसी तरह वह पशुओं के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगा. पशुसंधर्वन विभाग द्वारा आज की स्थिति में पशुओं का टीकाकरण किया जा रहा है. आगामी दिनों में पशुओं के कान पर आधार क्रमांक वाला टैग लगाया जाएगा.
नैसर्गिक आपदा से होने वाले पशुधन के नुकसान का मुआवजा, बैंक द्वारा पशुओं की खरीदी करने पर उनका बीमा निकालने की प्रक्रिया या पशुओं की खरीदी-बिक्री प्रक्रिया पशुओं के आधार क्रमांक के बजाए नहीं होगी. राष्ट्रीय रोग निर्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत आज की स्थिति में जिले में पशुओं का टीकाकरण अभियान जिला परिषद के पशुसंवर्धन विभाग द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है. जिले में इस उपक्रम के अंतर्गत लाल खुरकत रोग प्रतिबंधक रोग का प्रादुर्भाव रोकने के लिए टीकाकरण किया जा रहा है.
टीकाकरण और आधार का टैगिंग शुरू
जिले में अब तक 2 लाख 5 हजार पशुओं को टीका लगवाया गया है. जिले में टीकाकरण करने के लिए 10 लाख 5 हजार टीका उपलब्ध हुआ है. शेष पशुओं का टीकाकरण और कान को टैग लगाने के लिए पशुसंवर्धन विभाग प्रयासरत है. जिले में जिला परिषद के अंतर्गत 243 पशुवैद्यकीय क्लिनीक है. इसके माध्यम से पशुओं का टीकाकरण और आधार का टैगिंग शुरू किया है. पशुपालकों ने नजदिक के पशुवैद्यकीय क्लिनीक से संपर्क कर इस अभियान का लाभ लेने की अपील कृषि व पशुसंवर्धन समिति के सभापती संजय बनकर व जिला पशुसंवर्धन अधिकारी डॉ. विष्णू गर्जे ने की.
पोर्टल पर होगा पंजीकरण
पशुओं के कान पर लगने वाले टैग के 12 अंकी आधार क्रमांक का पंजीकरण ऑनलाइन पोर्टल पर किया जाएगा. इसके लिए सरकार के इनफ पोर्टल पर पंजीकरण होगा. इस क्रमांक के माध्यम से पशुओं की जानकारी आसानी से उपलब्ध होगी. आगामी समय में पालतु पशुओं के कान पर आधार का टैग न होने पर उनकी खरीदी-बिक्री नहीं होगी. साथ ही यह क्रमांक न होने पर नैसर्गिक आपदा या वन्य पशुओं के हमले में मरे पशु मालिकों को नुकसान का मुआवजा नहीं मिलेगा. बैंक के माध्यम से पशुओं की खरीदी की गई तो पशुओं का बीमा निकालने के लिए यह टैग महत्वपूर्ण होगा.