दूसरे दिन भी नहीं हुई प्याज की नीलामी

  • व्यापारियों की जिद के कारण बैठक रहा बेनतीजा
  • गोदाम में रखी प्याज बिकने तक नहीं खरीदने पर अड़े
  • त्यौहारी मौसम में किसानों को हो रही परेशानी

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लासलगांव. लासलगांव कृषि उपज मंडी समिति के मुख्य कार्यालय में मंगलवार को  निफाड के सहायक निबंधक अभिजीत देशपांडे, मंडी समिति सभापति सुवर्णा जगताप की उपस्थिति में व्यापारियों की बैठक संपन्न हुई. इस बैठक में कोई सम्मानजनक हल नहीं निकला. 

केंद्र सरकार द्वारा प्याज के भंडारण पर नियंत्रण लगाने के कारण इससे पूर्व खरीदी हुई प्याज का निपटारा होने के बाद ही व्यापारियों ने नीलामी में शामिल होने का मन बनाया है. परिणाम स्वरूप प्याज की नीलामी ठप्प हो गई है. इससे त्यौहारों के समय में किसानों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है. इस बैठक के दौरान उपज मंडी समिति की सभापति सुवर्णा जगताप व समिति के सचिव नरेंद्र वाढवणे सहित व्यापारी उपस्थित थे. 

2 दिनों में 7 करोड़ का कारोबार रहा ठप

व्यापारियों ने स्पष्ट किया है कि, अब तक उनके गोदामों में पहले से खरीदी हुई प्याज शेष है, इसलिये वह नई प्याज की खरीदारी नहीं करेंगे. इसलिये दूसरे दिन भी प्याज की नीलामी ठप्प रही. एक ओर व्यापारियों की अनुपस्थिति से 2 दिनों में मंडी समिति में 7 करोड़ रुपये का कारोबार ठप्प रहा. वहीं, दूसरी ओर किसान संगठन प्याज की नीलामी तत्काल शुरू करने की मांग कर रहे हैं. फुटकर व्यापारियों को दो टन व थोक व्यापारियों के लिये 25 टन से अधिक प्याज का भंडारण करने पर रोक लगाई गई है. असल में निर्बंध लगाने की यह पहली घटना नहीं है. निर्यातबंदी, भंडारण मर्यादा व आयकर विभाग की छापेमारी पहले की तरह अब भी हो रही है. इसका सबसे अधिक खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है. 

केंद्र सरकार के नियमों से परेशानी बढ़ी

प्याज की समस्या को लेकर भारत सरकार ने जो निर्णय लिया है, वह महाराष्ट्र व अन्य राज्य के किसानों के लिए परेशानी बढ़ाने वाला साबित हो रहा है. कुछ दिनों पूर्व ही प्याज को अच्छे दाम मिलने शुरू हुए थे. इस बीच केंद्र सरकार ने उलझे हुए नियम व शर्तें लागू कर किसानों को परेशान करने का काम किया है.

मोदी का आश्वासन झूठा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को उत्पादन खर्च से दोगुना समर्थन मूल्य देने का आश्वासन दिया था, जो फेल साबित हो रहा है. प्याज को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे व सांसद शरद पवार से चर्चा हो चुकी है. 

-छगन भुजबल, अन्न व नागरी आपूर्ति मंत्री

फायदा के बजाय हो रहा नुकसान

केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण किसानों को अधिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. केंद्र सरकार मदद करने के बजाय गलत निर्णय कर रही है. इससे प्याज की बिक्री करना मुश्किल हो रहा है. 

-मंगेश गवली, प्याज उत्पादक किसान, येवला