नाशिक. एक ओर नाशिक शहर सहित जिले में महामारी ने हाहाकार मचा कर रखा है। हर दिन हजारों की संख्या में मरीज बढ़ रहे हैं। दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्र (Rural Area) में एक भी ग्रामीण कोरोना (Corona) से संक्रमित (Infected) नहीं हुआ।
इस गांव के आदिवासियों ने कोरोना संक्रमण से बचने के लिए गांव में होने वाले पक्के मकानों को ताला लगाकर जंगल में झुग्गी झोपड़ी बांधकर वहां पर जीवनयापन कर रहे हैं, इसलिए एक-दूसरे से संपर्क नहीं हुआ। परिणामरूवस्प यहां पर कोरोना का एक भी मरीज नहीं है।
परिवार को अलग कर पेश की मिसाल
चांदवड तहसील के अमरापुर हट्टी गांव धोडप किल्ले पास-पास है। गांव में शहर से कई लोग आते हैं। कोरोना संक्रमण न हो इसलिए गांव के ग्रामीणों ने अपने मकानों को ताला लगाकर जंगल में झुग्गी झोपड़ी बांधकर वहां जीवनयापन कर रहे है। झोपड़ी तक पहुंचने के लिए सड़क न होने से उन तक कोई भी पहुंच नहीं रहा है। साथ ही एक ही जगह पर झोपड़ी न बांधते हुए सुरक्षित अंतर रखा है। इसलिए कोई भी व्यक्ति अन्य झोपड़ी के पास नहीं जा रहा है।
गांव में एक भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित नहीं
कोरोना से बचने के लिए सुरक्षित अंतर रखने के लिए कई बार अपील की जाती है। इस ओर शहर के नागरिक ध्यान नहीं दे रहे हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के इन ग्रामीणों ने जंगल में झोपड़ी बांधकर अपने परिवार को अलग किया है। परिणामस्वरूप इस गांव में एक भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित नहीं है।