चीन में लॉकडाउन के दरम्यान, कोरोना वायरस संक्रमण से 7 लाख लोग महफूज :रिसर्च

वाशिंगटन, चीन के वुहान शहर से शुरू हुए कोरोना वायरस दुनिया भर में फ़ैल चूका है। वहीं शोधकर्ताओं का मानना है की यदि चीन के वुहान शहर में एक निश्चित समय सीमा पर यदि लॉकडाउन नहीं लगाया गया होता तो विश्व

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वाशिंगटन, चीन के वुहान शहर से शुरू हुए कोरोना वायरस दुनिया भर में फ़ैल चूका है। वहीं शोधकर्ताओं का मानना है की यदि चीन के वुहान शहर में एक निश्चित समय सीमा पर यदि लॉकडाउन नहीं लगाया गया होता तो विश्व भर के मौजूदा आंकड़े दोगुना हो गए होते। वुहान में लॉकडाउन करने का फैसला बेहद  खास माना जा रहा है। यदि शहर में लॉकडाउन के निर्णय में और अधिक देरी की जाती तो इसमें परिणाम बेहद घातक हो सकते थे। इस फैसले ने महामारी को लगभग 7 लाख लोगों में फैलने से रोका हैं।

कोरोना वायरस का संक्रमण जब तेजी से चीन के वुहान शहर में फ़ैल रहा था तब इसे रोकने के लिए चीन ने कड़ा कदम उठते हुए शहर में लॉकडाउन लगा दिया, जिसकी आलोचना देश भर में की गयी। लोग घर में रहने के लिए मजबूर थे। लॉकडाउन के काफी फोटो और विडिओ सोशल मिडिया पर काफी यावरल हुए जिसे देखकर चीन का फैसला गलत नजर था। हालांकि, अब अमेरिका, स्‍पेन और इटली की हालत देखकर चीन का निर्णय एकदम सही माना जा रहा है। कोरोना वायरस से चलते चीन में मौत का आकड़ा 3300 पर रुक गया है, जबकि अमेरिका और इटली स्थिति दिन ब दिन ख़राब होती दिख रही है। हालत बेकाबू हो चुके है। यदि देखा जाये तो चीन के लॉकडाउन का फैसला बिलकुल सही था अगर ऐसा न किया होता तो कोरोना वायरस से मरने वालों के आकड़े कही ज्यादा होते।