Mamata Banerjee
File Photo

Loading

जलपाईगुड़ी/कोलकाता. उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को कहा कि एक बार देवी सीता को अग्नि परीक्षा से गुजरना पड़ा था और हाल ही में हाथरस में सामूहिक बलात्कार और बर्बरता की शिकार युवती के शव को भी रात के अंधेरे में चिता की अग्नि के हवाले कर दिया गया। जलपाईगुड़ी जिले में एक सरकारी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बनर्जी ने मामला संभालने को लेकर उत्तर पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए।

मुख्यमंत्री ने कहा, “एक बार देवी सीता को अग्नि परीक्षा से गुजरना पड़ा था। अब उत्तर प्रदेश में युवती का बलात्कार किया गया और उसके शव को अग्नि के हवाले कर दिया गया।”

उन्होंने कहा, “अगर कोई अपराध होता है तो कार्रवाई 72 घंटे के अंदर अंदर होनी चाहिए जैसा हमने किया। यह किस तरह का प्रशासन है जहां रात के अंधेरे में युवती के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया और (आरोपियों के खिलाफ) कोई कार्यवाही शुरू नहीं की गई।”

बनर्जी ने आरोप लगाया कि युवती की मां को धमकाया गया कि उन्हें भी उनकी बेटी के साथ चिता पर लेटा दिया जाएगा। इससे पहले दिन में मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया था, ‘‘मेरे पास हाथरस में एक दलित युवती के साथ हुई बर्बरतापूर्ण एवं शर्मनाक घटना की निंदा करने के लिए शब्द नहीं हैं। मैं उसके परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करती हूं।”

उन्होंने कहा था, “परिवार की मौजूदगी या सहमति के बिना जबरन अंतिम संस्कार किया जाना और भी शर्मनाक है और इसने उन लोगों की कलई खोल दी है, जो मत हासिल करने के लिए नारे लगाते हैं और झूठे वादे करते हैं।” भाजपा का परोक्ष हवाला देते हुए बनर्जी ने कहा कि कुछ लोग कहते कुछ हैं और करते कुछ हैं।

तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने कहा, “दलितों के खिलाफ काफी अत्याचार हुए हैं। चुनाव के दौरान कुछ नेता उनके घर जाते हैं और बाहर से खाना मंगाते हैं और ऐसा दिखाते हैं कि जैसे उन्होंने उनके साथ भोज किया है। चुनाव के बाद, वे उन पर क्रूरता के कार्य करते हैं।”

उन्नीस वर्षीय युवती के साथ 14 सितंबर को चार लोगों ने हाथरस के एक गांव में कथित तौर सामूहिक बलात्कार किया था। उसे अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसकी हालत और खराब होने के बाद उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने मंगलवार को दम तोड़ दिया। युवती के शव का मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात को हाथरस में अंतिम संस्कार किया गया था और उसके परिवार ने आरोप लगाया है कि स्थानीय पुलिस ने रात के अंधेरे में अंतिम संस्कार करने के लिए उन्हें मजबूर किया। इसे लेकर देश भर के लोगों में गुस्सा फैल गया। (एजेंसी)