जयपुर. मध्यप्रदेश में भाजपा का ‘ऑपरेशन लोटस’ सफल होने के बाद अब राजस्थान में भी उसी प्रकार की हलचल शुरू होने की खबर सामने आई है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सियासी साजिश का खुलासा करते हुए कहा, “राजस्थान में भाजपा की ओर से कई कांग्रेस विधायकों को पार्टी छोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपयों का ऑफर दिया जा रहा है। यह जिम्मेदारी केंद्र ने सतीश पुनिया और राजेंद्र राठोड को सौपी है। गहलोत शनिवार को एक पत्रकार परिषद में कहा।
#Correction Whether it is Satish Poonia or Rajendra* Rathore, they’re playing games to topple our govt on behest of their central leadership. They’re offering Rs 10 cr in advance & Rs 15 cr after govt is toppled…these are the kind of promises they are making: Ashok Gehlot pic.twitter.com/8F5qnFKWwy
— ANI (@ANI) July 11, 2020
गहलोत ने आगे कहा कि, वर्तमान में हमें कोरोना के खिलाफ संघर्ष पर ध्यान देना जरूरी है और बीजेपी, राजस्थान सरकार अस्थिर करने के प्रयासों में जुटी है। भाजपा के सतीश पुनिया और राजेंद्र राठोड केंद्रीय नेतृत्व के इशारे पर अलग-अलग कदम उठा रहे है। कई विधायकों को पैसे का लालच दिखाया जा रहा है। गेहलोत ने यह भी कहा कि, भाजपा से विधायकों को शुरुआत में 10 करोड़ और सरकार गिरने के बाद 15 करोड़ दिए जाने की बात कही जा रही है।
Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot is a cunning politician, he is trying to blame BJP for his failure in governance. The allegations are completely baseless. He has the numbers, who will try to destabilise the government: Rajasthan BJP President Satish Punia https://t.co/iFxgflQwid pic.twitter.com/M5iw2ibOTc
— ANI (@ANI) July 11, 2020
गहलोत ने कहा, भाजपा देश को कांग्रेस मुक्त करने की बात कर रही थी, लेकिन अब भाजपा को ही कांग्रेस से डर लगने लगा है। राजस्थान की सरकार स्थिर है, स्थिर रहेगी और पांच वर्ष का कार्यकाल अच्छी तरह से पूरा भी करेगी। वर्तमान में हम अगला चुनाव जितने की तैयारी में लगे है। भाजपा पर आरोप लगाते हुए गहलोत ने आगे कहा, “अटल बिहारी वाजपेई के दौरान भाजपा पार्टी ऐसी नहीं थी। लेकिन 2014 के बाद भाजपा में धर्म के आधार पर विभाजन की राजनीति शुरू कर दी है।”
सतीश पुनिया ने गहलोत के आरोपों को किया ख़ारिज गहलोत के आरोप पर राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा, ‘उनके पास संख्या बल है, फिर उनकी सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कौन करेगा। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक चालाक राजनीतिज्ञ हैं, वे अपनी सरकार की विफलता के लिए भाजपा को दोष देने का प्रयास कर रहे हैं। उनके आरोप पूरी तरह से आधारहीन हैं।