असम में बोले गृहमंत्री शाह – अभी गोली मुक्त दिया है, एक और मौका दीजिए बाढ़ मुक्त देंगे

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कोकराझोर: असम (Assam) में जल्द ही विधानसभा चुनाव (Assembly Election 2021) होने वाले हैं, इसके लिए सत्तारूढ़ भाजपा (BJP) में अपनी तैयारी शुरू कर दी है। इसी को लेकर गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) राज्य के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे हैं। रविवार को कोकराझार जिले में ‘विजय संकल्प रैली’ (Vijay Sankalp Rally) कर विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंक दिया। इस दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कहा, “केवल भाजपा ही बाढ़ की सबसे बड़ी समस्या को हल कर सकती है। हमने असम को गोलियों और आंदोलन से मुक्त कर दिया है। भाजपा को 5 साल और दें और हम असम को बाढ़ से भी मुक्त कर देंगे।”

प्रधानमंत्री मोदी से बोड़ो समझौता 

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “आज से ठीक एक साल पहले देश के प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) के नेतृत्व में बोडो शांति समझौता हुआ और बोडो शांति समझौते (Bodo Peace Agreement) के साथ प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि पूरे उत्तर-पूर्व में जहां-जहां अशांति है, वहां बातचीत कीजिए और शांति का मार्ग प्रशस्त कीजिए”

उन्होंने कहा, “मुझे घोषणा करते हुए बहुत खुशी हो रही है कि बोडो क्षेत्र के रोड नेटवर्क के लिए 500 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं और ये रोड का जाल पूरे बोडो क्षेत्र को विकास के रास्ते पर ले जाएगा”

कांग्रेस काल में असम रक्तरंजित 

कांग्रेस पर हमला करते हुए गृहमंत्री ने कहा, “जो कांग्रेस पार्टी अपने कालखंड में शांति और विकास नहीं ला सकी वो आज हमें सलाह दे रही है। मैं कांग्रेस पार्टी से पूछना चाहता हूं कि इतने सालों तक असम रक्त रंजित रहा, आपने क्या किया? जो भी किया वो नरेंद्र मोदी की भाजपा सरकार ने किया।”

कांग्रेस कराएगी घुसपैठ 

केंद्रीय मंत्री ने कहा, “ये कांग्रेस और बदरुद्दीन अजमल असम को घुसपैठ को रोक सकते हैं क्या? ये जोड़ी सारे दरवाजे खोल देगी और घुसपैठ को सरल कर देगी क्योंकि उनकी वोट बैंक है। असम में घुसपैठ को कोई रोक सकती है तो भाजपा रोक सकती है।”

बदरुद्दीन के साथ गठबंधन करने वाले धर्मनिरपेक्ष कैसे 

अमित शाह ने कहा, “कांग्रेस कई बार भाजपा पर सांप्रदायिक होने का आरोप लगाती है, मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि केरल में मुस्लिम लीग के साथ बैठे हैं और असम में बदरुद्दीन अजमल के साथ गठबंधन किए हो। आप बता सकते हो ये कौन सी धर्मनिरपेक्ष पार्टी है।”

रैली जहर फ़ैलाने वालों को जवाब 

पहले बीटीआर समझौते दिवस के उद्घाटन समारोह में संबोधित करते हुए कहा, “यह रैली उन लोगों के लिए एक जवाब है, जिन्होंने असम में बोडो और गैर-बोडो के नाम पर जहर फैलाकर शांति भंग की थी। आज, बोडोस और गैर-बोडोस दोनों यहां मौजूद हैं।” 

उन्होंने कहा, “प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने बोडो शांति समझौते पर हस्ताक्षर करके पूर्वोत्तर में उग्रवाद को समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू की। ब्रु-रीनग मुद्दे के निपटान के लिए प्रयास किए गए और 8 सशस्त्र समूहों के 700 सदस्यों ने हथियार डाल दिए।”

भड़काने वालों को पहचाने 

शाह ने आगे कहा, “कृपया असमिया और गैर-असमिया, बोडो और गैर-बोडो के नाम पर उन भड़काने वाले विवादों की पहचान करें। वे यह हमारे विकास के लिए नहीं कर रहे हैं बल्कि राजनीति खेल रहे हैं। यह उच्च समय है कि असम के लोग ऐसे लोगों को सबक सिखाते हैं।”