Jharkhand High Court

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    ओमप्रकाश मिश्र

    रांची.  झारखंड (Jharkhand) के धनबाद जिले (Dhanbad District) में आज सुबह सड़क दुर्घटना में जज (Judge) की मृत्यु हो गई, जबकि रांची जिले में एक वकील (Lawyer) की गोली मारकर हत्या कर दी गयीI धनबाद जिले में सड़क दुर्घटना में हुई जज की मौत और रांची जिले में हुई वकील की हत्या की घटनाओं ने दोनों जिलों की पुलिस की नींद उड़ा दी है। मामला रांची उच्च न्यायलय तक पहुंच गया है। रांची उच्च न्यायलय के न्यायाधीश ने दोनों जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) को तलब किया।

    झारखंड के धनबाद जिले में आज सुबह एक ऑटो ने धनबाद कोर्ट के एडीजी-8 उत्तम आनंद को रणधीर वर्मा चौक के पास धक्का मार दिया। घटना के बाद ऑटो चालक फरार हो गया। आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने उन्हें शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (SNMCH) में एडमिट कराया, जहां उनकी मौत हो गई है। घटना के बाद मिले सीसीटीवी  फुटेज ने दुर्घटना पर सवाल खड़ा कर दिया है। लोग इसे साजिश के तहत हत्या बता रहे हैं। दोपहर होते-होते न्यायाधीश की मौत का मामला रांची हाई कोर्ट तक पहुंच गया। हाईकोर्ट ने धनबाद के जिला जज से रिपोर्ट मांगी है। वहीं, धनबाद एसएसपी  संजीव कुमार ने अपने दफ्तर में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित कर पूरी घटना की जानकारी ली।

    जांच तेजी से की जाए और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए

    इधर रांची जिले में अधिवक्ता मनोज कुमार झा की हत्या के मामले में बुधवार को झारखंड हाईकोर्ट ने रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सुरेंद्र झा को तलब किया। चीफ जस्टिस डॉ. रवि रंजन और जस्टिस एस.एन. प्रसाद की अदालत ने कहा कि दिनदहाड़े एक अधिवक्ता की हत्या हुई है। यह एक गंभीर मामला है। इसकी जांच तेजी से की जाये। अदालत ने कहा कि वह इस मामले को जनहित याचिका के तौर पर दर्ज नहीं कर रही है। लेकिन इसकी जांच तेजी से की जाए और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए। इस दौरान एसएसपी सुरेन्द्र झा ने कोर्ट को आश्वस्त किया कि वे इस मामले के खुलासे के नजदीक हैं। जल्द ही मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

    इस घटना से सभी अधिवक्ता सदमे मे है

    जज की संदिग्ध मौत और वकील की गोली मारकर हत्या को लेकर हाई कोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष ऋतु कुमार और महासचिव नवीन कुमार ने चीफ जस्टिस डॉ. रवि रंजन को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है  कि अधिवक्ता लोगों को न्याय दिलाने के लिए केस लड़ते हैं, लेकिन इस घटना से सभी अधिवक्ता सदमे में है। पत्र में इस मामले की हाईकोर्ट के जज की निगरानी में एक निश्चित समय अवधि में जांच पूरी करने की मांग की गई है। झारखंड के तमाड़ थाना क्षेत्र स्थित रडगांव में अधिवक्ता मनोज कुमार झा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। अपराधियों ने कार में बैठे अधिवक्ता मनोज झा को 8 गोली मारी। मनोज झा रांची के चर्च रोड के रहने वाले थे। वे मूल रूप से भागलपुर के रहने वाले थे।

    धनबाद में दुर्घटना के बाद हुई जज की मौत ने कई केस पर विराम लगा दिया है, वे कई चर्चित मामलों की सुनवाई, कर रहे थे। सिंह मैंशन के करीबी रंजय सिंह, शूटर अभिनव प्रताप सिंह और गैंगस्टर अमन सिंह के मामले इनमें प्रमुख रहे है। उत्तम आनंद के कोर्ट में कई बड़े केस की सुनवाई चल रही थी। इसमें सिंह मेंशन के करीबी रंजय सिंह का हत्याकांड भी शामिल है। इतना ही नहीं जेल में बंद दर्जनों हत्याकांड में संलिप्त गैंगस्टर अमन सिंह मामले की सुनवाई भी इनके कोर्ट में चल रही थी। साथ ही यूपी के शूटर अभिनव प्रताप सिंह, जिसने धनबाद में कई घटनाओं को अंजाम दिया है, के मामले की सुनवाई भी इनके कोर्ट में हो रही थी।

    घटना की जानकारी परिजनों को नहीं मिल पाई। काफी देर तक जब वह घर नहीं लौटे तब परिजनों ने पुलिस से संपर्क किया। तब जाकर पुलिस ने एसएनएमसीएच में इलाजरत अज्ञात व्यक्ति के एडीजे-8 होने की पुष्टि की।सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद संदेह गहरा गया है। इसे देखकर यह साफ-तौर पर कहा जा रहा है कि ऑटो चालक ने जानबूझ कर जज को कुचल दिया यह दुर्घटना नहीं बल्कि मौत की  साजिश है। न्यायाधीश हल्की गति से चलते हुए सड़क किनारे से गुजर रहे थे। तभी  पीछे से एक ऑटो आता दिखाई दिया। पहले सड़क पर ऑटो चालक ने ऑटो की  दिशा सीधी की। लेकिन न्यायाधीश के पास पहुंचते ही बायी तरफ मुड़ गयी। फिर धक्का मार कर  तेजी से भाग निकला।

    उत्तम आनंद छह माह पूर्व ही बोकारो जिले से स्थानांतरित  होकर धनबाद आए थे। वह धनबाद के बहुचर्चित रंजय सिंह हत्याकांड में सुनवाई कर रहे थे। इस मामले में झरिया की कांग्रेस विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के मौसेरे देवर हर्ष सिंह आरोपित हैं। न्यायाधीश ने तीन दिन पूर्व यूपी के शूटर अमन सिंह ने एक शार्गिद की जमानत याचिका खारिज कर दी थी।

    पूर्व विधायक संजीव सिंह के करीबी रंजय सिंह की हत्या 29 जनवरी 2017 को हुई थी। घटना के समय रंजय चाणक्य नगर स्थित अपने फ्लैट से राजा यादव के साथ मैंशन जा रहे थे। रास्ते में ही उन पर गोलियों की बौछार हो गई। घायल स्थिति में उन्हें सेंट्रल अस्पताल ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। साथी राजा यादव के बयान पर सरायढेला थाना में अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। बाद में जांच के बाद इस मामले में हर्ष सिंह और मामा के खिलाफ आरोप गठित किया गया था।

    झारखंड कोयलांचल के धनबाद शहर में सिंह मैंशन और रघुकुल काफी चर्चित है। सिंह मैंशन की बुनियाद दबंग विधायक सूर्यदेव सिंह ने रखी थी, जो यूपी के बलिया जिले के मूल निवासी थे। कभी सिंह मेंशन बंगले में सूर्यदेव सिंह, बच्चा सिंह, विक्रम सिंह, राजन सिंह, रामाधीन सिंह पांचों भाई रहते थे। बाद में बिक्रम सिंह बलिया में रहने लगे। सूर्यदेव सिंह के निधन के बाद बच्चा सिंह झरिया के विधायक और झारखंड के नगर विकास मंत्री बने। इस क्रम में उन्होंने सरायढेला इलाके में सूर्योदय नामक अपना बंगला बनवाया और उसमें रहने लगे। इसके बाद राजन सिंह ने रघुकुल सिंह के नाम से आलीशान बंगला बनाया और सपरिवार उसमें रहने लगे। सिंह मैंशन में सूर्यदेव सिंह और रामाधीन सिंह का परिवार रहता है। सूर्यदेव सिंह की पत्नी कुंती सिंह के झरिया क्षेत्र की विधायक रह चुकी हैं। उनके पुत्र संजीव सिंह भी वहां से भाजपा के विधायक रहे हैं। नीरज सिंह ने कांग्रेस ज्वाइन कर लिया। चचेरे भाई संजीव सिंह के खिलाफ झरिया से झारखंड विधानसभा का चुनाव लड़े, पर हार गए। 2019 के चुनाव में झरिया से नीरज सिंह की पत्नी पूर्णिमा सिंह ने संजीव सिंह को शिकस्त दी थी।