amit deshmukh

  • प्रस्ताव तुरंत पेश करने के निर्देश अमित देशमुख ने दिए

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पुणे. महाराष्ट्र आज बड़ी संख्या में मराठी, हिंदी और अन्य क्षेत्रीय भाषा की फिल्म, टेलीविजन धारावाहिक, विज्ञापनों और डॉक्युमेंटरी का निर्माण करता है. इसे ध्यान में रखते हुए, मनोरंजन क्षेत्र पर एक नीति होना जरूरी हो गया है. 

आज मनोरंजन क्षेत्र मे बढ़ते कलाकार और इस वजह से बढ़ते रोज़गार के अवसर की बात को ध्यान में रखते हुए मनोरंजन नीति और मनोरंजन क्षेत्र को उद्योग का दर्जा देने का प्रस्ताव तुरंत प्रस्तुत किया जाना चाहिए. ऐसे निर्देश सांस्कृतिक कार्य मंत्री अमित देशमुख ने दिए.

राज्य के अन्य फिल्मांकन स्थानों पर फोकस किया जाएगा

महाराष्ट्र फिल्म, नाटक, और सांस्कृतिक विकास निगम की 43वीं आम बैठक में सांस्कृतिक कार्यमंत्री अमित देशमुख की अध्यक्षता में आयोजित की गई थी. देशमुख ने कहा कि, मनोरंजन क्षेत्र द्वारा महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दिया जा रहा है और आगे भी इसमें वृद्धि होगी. इसलिए, आने वाले समय में फिल्म निर्माताओं को मुंबई के अलावा महाराष्ट्र राज्य के अन्य फिल्मांकन स्थानों पर आकर्षित करने का प्रयास किया जाएगा. मनोरंजन क्षेत्र के लिए समग्र नीति तय करने में निगम द्वारा आयोजित 3-दिवसीय वेबिनार में चर्चा किए गए मुद्दों को भी शामिल किया जाना चाहिए. निगम ने पिछले 15 वर्षों से लाभांश का भुगतान करने की अपनी परंपरा को बनाए रखा है और चित्रानगरी उन्ही  लाभकारी निगमों में से एक है. यह परंपरा भविष्य में भी जारी रहेगी. यह निगम आने वाले वर्षों में न केवल आर्थिक स्तर पर बल्कि नीति स्तर पर भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा ऐसा विश्वास सांस्कृतिक कार्य मंत्री अमित देशमुख ने  व्यक्त किया.