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    खेल जगत में इस समय जबरदस्त भूकंप आया हुआ है. देश के कुछ श्रेष्ठ खिलाड़ियों ने भारतीय कुश्ती संघ (डब्लूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह, जो कि सत्तारूढ़ बीजेपी के सांसद भी हैं, पर यौन उत्पीड़न व धमकाने के गंभीर आरोप लगाये हैं. इन आरोपों की गंभीरता का अंदाजा इसी तथ्य से लगाया जा सकता है कि दो बार की विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता व तीन बार राष्ट्रकुल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली विनेश फोगट, रिओ ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक, टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले बजरंग पुनिया और कुछ अन्य महिला पहलवान दिल्ली के जंतरमंतर पर धरने पर यह मांग करने के लिए बैठे कि सिंह और डब्लूएफआई के अन्य पदाधिकारी, जो इन गलत गतिविधियों में ‘लिप्त’ थे, के खिलाफ कार्यवाही की जाये.

    विनेश व साक्षी ने अपने संयुक्त वक्तव्य में आरोप लगाया है कि सिंह वर्षों से नेशनल कैम्पों में अनेक महिला पहलवानों का यौन शोषण करते आ रहे हैं. इन दोनों पहलवानों में सिंह सहित कुछ दूसरे राष्ट्रीय कोचों पर भी आरोप लगाये हंै कि भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के लखनऊ स्थित नेताजी सुभाषचंद्र बोस क्षेत्रीय केंद्र, जहां महिला पहलवानों के लिए राष्ट्रीय कैम्पों का आयोजन किया जाता है, में वह महिला पहलवानों का यौन शोषण करते हैं. अक्टूबर 2021 में टोक्यो ओलंपिक से लौटने के बाद विनेश ने अपने परिवार के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री को भारतीय पहलवानों के समक्ष आने वाली कठिनाइयों, डब्लूएफआई की मनमानियों के बारे में बताया था.

    विनेश का आरोप है कि प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद सिंह ने डब्लूएफआई के कुछ प्रभावी पदाधिकारियों के जरिये उन्हें जान से मारने की अप्रत्यक्ष धमकियां दिलवायीं. विनेश ने रोते हुए आरोप लगाया, ‘‘मैं किसी का नाम नहीं लूंगी, लेकिन कैंप में कम से कम 20 लड़कियों का यौन उत्पीड़न हुआ है. सिंह की अनेक गलत हरकतों के बारे में मैंने सुना है. वह राष्ट्रीय कैंप हमेशा लखनऊ में ही क्यों आयोजित करता है? ऐसा इसलिए क्योंकि लखनऊ में उसका घर है, जिससे ऐसी हरकतें करने में उसे आसानी हो जाती है. वह बड़ा नेता है, उसके पास पैसा व मसल पॉवर है. इसलिए कोई भी उसके विरुद्ध बोलने की हिम्मत नहीं करता है. लेकिन अब बहुत हो चुका, इसलिए अपनी खामोशी तोड़कर हम इस व्यक्ति को दुनिया के सामने एक्सपोज कर रहे हैं.’’

    दूसरी ओर सांसद सिंह ने पहलवानों के द्वारा उन पर लगाये गये इन गंभीर आरोपों का खंडन किया है. उनका कहना है, ‘‘यौन उत्पीड़न के सभी आरोप झूठे हैं. सिर्फ विनेश ने ये आरोप लगाये हैं. अगर यह आरोप सच्चे निकलते हैं तो मैं फांसी पर लटकने को तैयार हूं.’’ उत्तर प्रदेश के केसरगंज से पांच बार के सांसद सिंह का कहना है कि डब्लूएफआई से जुड़े एक प्रमुख उद्योगपति के इशारे पर यह बेबुनियाद आरोप लगाये जा रहे हैं, लेकिन इनकी वजह से वह अपना पद छोड़ने नहीं जा रहे हैं. सिंह 2011 से डब्लूएफआई के प्रमुख हैं. फरवरी 2019 में वह इस पद पर तीसरी बार चुने गए. दाल में कुछ काला होने का संदेह तो होता ही है, वैसे भी बिना आग के धुआं उठता नहीं है. लेकिन सच क्या है यह तो जांच से ही सामने आ सकता है.