मुख्यमंत्री ठाकरे के समर्थन में अन्नत्याग, सामाजिक कार्यकर्ता ने शुरू किया आंदोलन

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    देसाईगंज. राज्य के मुख्यमंत्री उध्दवराव ठाकरे के ढ़ाई वर्ष की कालावधि पूर्ण होकर इस कालावधि में  उन्होंने अच्छे तरीके से राज्य की कमान संभाली है. वहीं कोरोना कालावधि में भी उल्लेखनीय कार्य किया है. लेकिन पिछले कुछ दिनों से सत्ता बदलने के लिये राजनितिक षडयंत्र रचा जा रहा है. जिससे मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे का समर्थन करने के लिये और वर्तमान सरकार बने रहने के लिये देसाईगंज के सामाजिक कार्यकर्ता अमीर खान सुभान खान पठाण ने रविवार से अन्न व पानी त्याग आंदोलन शुरू कर दिया है. 

    आंदोलनकर्ता सामाजिक कार्यकर्ता पठाण ने कहां कि, उध्दव ठाकरे बतौर मुख्यमंत्री के रूप में राज्य की कमान संभालते हुए राज्य में विकासकार्यो को प्राथमिकता दी. साथ ही कानून व सुव्यवस्था अबाधित रखने के लिये उल्लेनीय कार्य किया. विशेषत: कोरोना कालावधि में राज्य की जनता के लिये अनेक सेवा-सुविधाएं उपलब्ध कराई. उनके कार्यकाल में राज्य की जनता सुरक्षित महसूस कर रही है. लेकिन ऐसे में उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाने के लिये राजनितिक षडयंत्र रचा जा रहा है. जिसका उन्होंने विरोध किया. और मुख्यमंत्री ठाकरे का समर्थन करने के लिये अन्न व पानी त्याग आंदोलन शुरू किया है.

    पिछले कुछ दिनों से राज्य में राजनितिक घमासान शुरू है. ऐसे में राज्य के आखरी छोर पर बसे गड़चिरोली जिले के देसाईगंज शहर में सामाजिक कार्यकर्ता पठाण द्वारा मुख्यमंत्री के समर्थन में आंदोलन किये जाने से उनके आंदोलन की चर्चा शुरू हो गयी है. इस समय विजय सुरंकर, नसीर जुम्मन शेख, सागर बन्सोड़, साहिल वझाड़े, अक्षय कुंदनवार, ज्ञानेश्वर कवासे, तुमाने, तनवीर अली सय्यद, चांदेकर समेत अनेक  लोगों ने उपस्थिति दर्शायी.