लाउडस्पीकर हटाने की चुनौती, हिंदुत्व पर राज की उद्धव को शह

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    हिंदुत्व के मुद्दे पर शिवसेना बीजेपी को ललकार रही थी और अपना हिंदुत्व सच्चा और बीजेपी का नकली बताने में लगी थी. इसी दौरान शिवसेना को हिंदुत्व के मुद्दे पर मनसे नेता राज ठाकरे ने शह दी है. राज ने राज्य की महाविकास आघाड़ी सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि ईद से पहले मस्जिदों के लाउडस्पीकर हटा लिए जाएं. उन्होंने कहा कि 3 मई को ईद है, तब तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतरवाओ, नहीं तो जगह-जगह हनुमान चालीसा बजेगा.

    राज ठाकरे ने कानूनी मुद्दा उठाते हुए कहा कि 18 जुलाई 2005 को सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट आदेश जारी किया था कि मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाए जाएं. इसके बावजूद अब तक सरकार इन्हें क्यों नहीं हटा रही है? इसका साफ मतलब है कि सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना कर रही है. जिस जमाने में लाउडस्पीकर का ईजाद नहीं हुआ था, तब तो वैसे ही अजान दी जाती थी. किसी भी धर्म का लाउडस्पीकर से कोई संबंध नहीं है. 

    गायक सोनू निगम ने कहा था कि तड़के सबेरे लाउडस्पीकर पर अजान की तेज आवाज से उनकी नींद में खलल पड़ता है तो उन्हें ऐसी आपत्ति उठाने पर धमकियां मिली थीं. अब तो राज ठाकरे सीधे तौर पर सरकार को ‘भोंगे’ हटाने की चुनौती दे रहे हैं. राज ने एक ओर तो आघाड़ी सरकार के संरक्षक व एनसीपी प्रमुख शरद पवार को नास्तिक कहा जो कभी छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम नहीं लेते.

    वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुए राज ठाकरे ने कहा कि मैं पहला व्यक्ति था जिसने कहा था कि देश में मोदी जैसा पीएम होना चाहिए. उन्होंने मांग की कि प्रधानमंत्री देश में समान नागरिक कानून लाएं और आबादी नियंत्रण का कानून बनाएं. देखना यह है कि लाउडस्पीकर हटाने की राज ठाकरे की मांग पर उद्धव सरकार का क्या रुख रहता है.