मतदाता ‘नोटा’ का बटन दबाएं, इंदौर में BJP को सबक सिखाएगी कांग्रेस

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बीजेपी (BJP) की उस शातिर चाल से कांग्रेस (Congress) नाराज है जिसके तहत वह कांग्रेस के प्रत्याशी को चुनाव मैदान (Lok Sabha Elections 2024) से हटा देती है। पहले सूरत से कांग्रेस प्रत्याशी नीलेश कुंभाणी का नामांकन रद्द हुआ और बाकी उम्मीदवारों ने भी एक-एक कर नाम वापस ले लिया। इस तरह बीजेपी प्रत्याशी मुकेश दलाल निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिए गए। इसके बाद इंदौर में भी ऐसा ही खेल दोहराने की कोशिश की गई। वहां कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने नामांकन वापसी के अंतिम दिन अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली और बीजेपी में शामिल हो गए। इतने पर भी बीजेपी का गेम प्लान पूरी तरह सफल नहीं हो पाया। वहां 14 अन्य उम्मीदवारों ने नामांकन वापस नहीं लिया। इनमें 9 निर्दलीय उम्मीदवार शामिल हैं। 

इसलिए 13 मई को चुनाव होकर रहेगा। बिना चुनाव लड़े सीट हथियाने के बीजेपी के पैंतरे से कांग्रेस क्षुब्ध है। इंदौर निवासी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के लिए भी यह आघातकारी है कि उनके उम्मीदवार को बीजेपी ने बड़ी सफाई से हाईजैक कर लिया। अब भड़के हुए कांग्रेस नेताओं ने मतदाताओं से खुलकर अपील करनी शुरू की है कि वे बीजेपी को सबक सिखाने के लिए मतदान के दौरान ‘नोटा’ (उपरोक्त में से कोई नहीं) का विकल्प चुनें। जीतू पटवारी ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास रखनेवाली कांग्रेस मतदाताओं से यह बिल्कुल नहीं कह रही कि वे चुनाव का बहिष्कार करें लेकिन बीजेपी को सबक सिखाने के लिए ‘नोटा’ का बटन दबाएं। 

कांग्रेस इंदौर के चुनाव में किसी भी उम्मीदवार को अपना समर्थन नहीं देगी। प्रदेश की वरिष्ठ कांग्रेस नेता शोभा ओझा ने कहा कि इंदौर के मतदाताओं ने नगर निगम चुनावों से लेकर विधानसभा चुनावों तक बीजेपी को बंपर जीत दिलाई फिर भी बीजेपी ने इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी बम को अपने पाले में खींचकर लोकतंत्र की हत्या कर दी। बिना चुनाव जीते निर्विरोध सीट हथियाने का जो फार्मूला चलाया जा रहा है, अगर वह वैधानिक बना रहा तो संविधान बदले बिना ही लोकतंत्र का अपहरण हो जाएगा। अब चुनाव जीतना कोई राजनीतिक प्रतिबद्धता नहीं रही बल्कि येन केन प्रकारेण सत्ता हथियाने के लिए विपक्ष के प्रत्याशी को मैदान से हटाने और बीजेपी उम्मीदवार को निर्विरोध निर्वाचित कराने का षड़यंत्र किया जा रहा है। 

निर्विरोध के नाम पर लाखों मतदाताओं के लिए बीजेपी अपनी ओर से प्रतिनिधि तय कर देती है। बिना चुनाव लड़े किसी को निर्वाचित घोषित करना निर्वाचन प्रक्रिया का अपमान है। मतदाताओं से ‘नोटा’ के इस्तेमाल की कांग्रेस की अपील की आलोचना करते हुए इंदौर के निवर्तमान सांसद और बीजेपी प्रत्याशी शंकर लालवानी ने कहा कि प्रमुख विपक्षी दल लोकतंत्र के महापर्व में नकारात्मक पैंतरों पर उतर आया है।