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कितने आश्चर्य की बात है कि कोरोना की वजह से न्यूजीलैंड में लागू सोशल डिस्टेंसिंग के चलते वहां की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डन को एक रेस्टारेंट में एंट्री नहीं मिली और उन्हें अपने मंगेतर के साथ वहां से बैरंग वापस लौटना पड़ा।

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पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, कितने आश्चर्य की बात है कि कोरोना की वजह से न्यूजीलैंड में लागू सोशल डिस्टेंसिंग के चलते वहां की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डन को एक रेस्टारेंट में एंट्री नहीं मिली और उन्हें अपने मंगेतर के साथ वहां से बैरंग वापस लौटना पड़ा।’’ हमने कहा, ‘‘अपने यहां कसि वीआईपी को ऐसा अनुभव नहीं आता। हमारे यहां कोई रेस्टारेंट किसी नेता को आने से मना करे तो तुरंत उसका लाइसेंस जब्त हो जाएगा। पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज न्यूजीलैंड के वेलिंगटन शहर में रेस्टारेंट मालिक ने सामाजिक दूरी के नियमों का कड़ाई से पालन किया। उसने मेहमानों की क्षमता को कम कर दिया। टेबल कुर्सियां दूर दूर रख दी। वहां ग्राहकों को अपनी बारी आने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। यदि भारत में किस रेस्टारेंट में अपने पीएम जाते तो रेस्टारेंट मालिक खुद बाहर आकर उसकी आवभगत करता और भीतर ले जाकर अच्छी से अच्छी डिश खिलाता। इसके पहले सिक्योरिटी वाले पूरा रेस्टारेंट तथा वहां पहुंचने का रास्ता खाली करवा लेते। पूरी चेकिंग होती। सुरक्षा के लिहाज से पहले सिक्योरिटी वाले वहां जाकर व्यंजनों का सैंपल चखते और बाद में पीएम को डिश परोसी जाती। रेस्टारेंट मालिक अपने यहां पीएम के आने से धन्य हो जाता और अपने यहां पीएम की मौजूदगी का फोटो फ्रेम करके लगवाता।’’ हमने कहा, ‘‘विदेश में ऐसी चोंचलेबाजी नहीं है। स्विटजरलैंड में राष्ट्रपति भी किसी स्टोर के सामने कतार में खड़े नजर आएंगे। ब्रिटेन का युवराज भी यदि कुछ समय के लिए नौसेना में ट्रेनिंग ले तो उसे ब्रश से रगड़-रगड़ कर जहाज का डेक साफ करना पड़ता है। यह वीआई कल्चर अपने यहां ही है। यहां छोटे से लेकर बड़े तक सारे नेता अकड़ दिखाते हैं। जितना बड़ा नेता उतनी ज्यादा सिक्योरिटी। स्टेनगनधारी कमांडो से घिरा नेता हमेशा जनता से डिस्टेंसिंग बनाए रखता है। सिर्फ चुनाव के लिए वोट मांगते समय यह दूरी कम होती है।’’ पड़ोसी ने कहा, निशानेबाज, जो सचमुच महान होता है, वह उतना ही उदार व विनम्र भी होता है। फल से लदे हुए वृक्ष हमेशा झुक जाते हैं। सच्चा लोकतंत्र वही है जहां नेता स्वयं को जनता का सेवक समझे। न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डन ने रेस्टारेंट में एंट्रीन नहीं मिलने पर बुरा नहीं माना बल्कि उनके कार्यालय ने ई-मेल में बताया कि वायरस की वजह से न्यूजीलैंड में लगी पाबंदियों के कारण कैफे के बाहर इंतजार करना कुछ ऐसा है जिसक सभी को अनुभव हो रहा है।’’