सूरत के बाद आई इंदौर की बारी, इसी स्टाइल में 400 की तैयारी

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पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, बीजेपी (BJP) की वाशिंग मशीन कैसी है? टॉप लोडेड या फ्रंट लोडेड? उसमें वाशिंग पाउडर डालना पड़ता है या वाशिंग लिक्विड? यह मशीन रगड़-रगड़ कर हार्ड वाश देती है या सॉफ्ट वाश?’’ 

हमने कहा, ‘‘यह देश की सर्वश्रेष्ठ वाशिंग मशीन है जो मोदी की गारंटी के साथ मिलती है। इसमें किसी भी दागी नेता को डालो, बिल्कुल उजला होकर निकलता है! कांग्रेस और विपक्ष के दागी नेताओं को इसमें पकड़-पकड़ कर डाला जा रहा है। मशीन झटपट सारा काम करती है। धोया, निचोड़ा और हो गया! इस मशीन में फर्श पर लगाने का पोछा डालो तो वह भी पहरावा बनकर निकलता है। जब पास में ऐसी मशीन है यार तो 400 पार से क्यों इनकार!’’ 

पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, पहले तो सूरत में कांग्रेसी प्रत्याशी नीलेश कुंभाणी का नामांकन रद्द हुआ। उसके 3 प्रस्तावकों ने पर्चे पर अपने हस्ताक्षर होने से इनकार किया। ऐसी हालत में बीजेपी उम्मीदवार मुकेश दलाल को निर्विरोध घोषित किया गया। उधर कुंभाणी कहीं लापता हो गया। अब इंदौर में भी बीजेपी के लिए मैदान साफ हो गया। वहां कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और बीजेपी में शामिल हो गया। इस उम्मीदवार का 17 वर्ष पुराना मर्डर केस सामने आया तो वह घबराया। कांग्रेस छोड़कर बीजेपी की शरण में जाना उसकी मजबूरी थी। इसके बाद बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय अक्षय कांति बम को अपनी गाड़ी में मजे से घुमा रहे हैं।’’ 

हमने कहा, ‘‘यही तो बीजेपी का करिश्मा है। महाराष्ट्र मेें आदर्श घोटाले की फाइल खोलने का दबाव डाला तो पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण 65 वर्ष की आयु में बीजेपी में शामिल हो गए। तरीका यही है विपक्ष के नेता की फाइल निकालो और उससे पूछो कि जेल जाएगा या बीजेपी में आकर सुख पाएगा? ऐसे में कांग्रेस के नेता टूट रहे हैं और मोदी का परिवार बढ़ता जा रहा है। सबका साथ, सबका विकास इसे ही कहते हैं। कांग्रेस के कैंडिडेट को बीजेपी हजम करती जा रही है तभी तो अबकी बार 400 पार की तैयारी है।’’