पंजाब में ‘रोका’, पहले PM का काफिला अब CM का उड़नखटोला

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    पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, कहावत है जैसी करनी वैसी भरनी. जैसा बोया वैसा ही काटोगे. करम गति टारे नाहिं टरे! इसकी मिसाल हमें हर कहीं नजर आती है. इसीलिए सलाह दी गई है कि जो तोको कांटा बुवै ताहि बोय तू फूल, तोहि फूल तो फूल है, वाको है तिरसूल!’’ हमने कहा, ‘‘आपने बहुत भूमिका बांध ली, अब मुद्दे पर आइए. और कहां क्या हुआ, यह साफ-साफ बताइए.’’ 

    पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, राजनीति में काटमकाट चलती है. पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीतसिंह चन्नी के हेलीकॉप्टर को चंडीगढ़ के बाद सुजानपुर में भी उड़ने से रोक दिया गया. चन्नी वहां से जालंधर जाना चाहते थे जहां प्रधानमंत्री मोदी की रैली थी. इस तरह हेलीकॉप्टर उड़ान रोके जाने से नाराज चन्नी ने आरोप लगाया कि राजनीतिक वजहों से उन्हें प्रचार नहीं करने दिया जा रहा. वे प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं, कोई आतंकवादी नहीं!’’ 

    हमने कहा, ‘‘चन्नी को बुरा लगना स्वाभाविक है लेकिन यह पीएम मोदी का पंजाब के सीएम को करारा जवाब है. मोदी ने जालंधर की रैली में कहा कि जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे और बीजेपी ने उन्हें पीएम पद का उम्मीदवार बनाया था, तब वे पठानकोट से हिमाचल प्रदेश में प्रचार के लिए जाना चाहते थे. उस समय कांग्रेस के युवराज (राहुल गांधी) वहां आए थे, इस वजह से उनका भी हेलीकॉप्टर रोक दिया गया था. मतलब यह कि बीजेपी ने कांग्रेस को ‘जैसे को तैसा’ शैली में जवाब दिया है. तुमने हमें रोका था तो हम तुम्हें भी रोक कर दिखाएंगे.’’ 

    पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, यह बदले या प्रतिशोध की राजनीति है. मौका देखकर केंद्र ने अपना पॉवर पंजाब के सीएम को दिखा दिया. जहां तक रोकने की बात है, शादी में ‘रोका’ नामक रस्म चल पड़ी है. लड़की वालों को जब कोई लड़का पसंद आ जाता है तो उसको सगाई करके बुक कर लेते हैं. यह ‘रोका’ कहलाता है. इसके बाद वह लड़का कहीं और शादी करने के लिए स्वतंत्र नहीं रहता.’’ हमने कहा, ‘‘रोका चल सकता है, लेकिन धोखा नहीं होना चाहिए.’’