CP Gupta

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    पुणे: कोरोना महामारी (Corona Epidemic) के बाद इस बार का गणेशोत्सव (Ganeshotsav) प्रतिबंध मुक्त (Restriction Free) होगा। गणेश मंडलों को जुलूस के दौरान ढोल ताशा पर किसी भी तरह का प्रतिबंध नहीं होगा। पुणे के पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता (Police Commissioner Amitabh Gupta) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह साफ कर दिया है। गणेशोत्सव के दस दिन पुणेकरों की सेवा के लिए सीपी से कांस्टेबल तक तैयार हो गए हैं। 

    इस बार शहर में 3 हजार 566 सार्वजनिक मंडलों द्वारा गणेशोत्सव मनाया जाएगा। इसमें 4 लाख 54 हजार 686 घरेलू मूर्तियां होंगी। गणेशोत्सव में साढ़े 7 हजार पुलिसकर्मी और अधिकारियों का बंदोबस्त होगा, लेकिन डीजे की आवाज पर मर्यादा होगी। आवाज की सीमा लांघने पर कार्रवाई होगी।

    योजना और बंदोबस्त की जानकारी दी गई

    पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दस दिनों की योजना और बंदोबस्त की जानकारी दी। इस दौरान अपर पुलिस कमिश्नर नामदेव चव्हाण, राजेंद्र डहाले, डीसीपी प्रियंका नारनवरे, ट्रैफिक विभाग के डीसीपी राहुल श्रीरामे, स्पेशल ब्रांच के डीसीपी ए राजा उपस्थित थे। पुलिस के 7 हजार फौज के साथ बीडीडीडी टीम, क्यूआरटी के अधिकारी, एसआरपीएफ की दो कंपनी बंदोबस्त में शामिल है। पुणे शहर में गणेशोत्सव के दौरान कानून और व्यवस्था बनी रहे इसके लिए कई लोगों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है। पुणे पुलिस ने ढोल ताशा टीम की संख्या एक मंडल में कितनी हो इसका प्रतिबंध हटा लिया है। अब तक इसके लिए पुलिस नियम लगाई जाती थी। इसके अनुसार एक मंडल के पास तीन या इससे कम टीमें होती थी। ऐसे में इस बार निकलनी वाली जुलूस काफी लंबी हो सकती है।

    ऐसा है बंदोबस्त

    अपर पुलिस कमिश्नर -4, डीसीपी-10, सहायक पुलिस कमिश्नर-30, पुलिस इंस्पेक्टर-95, एपीआई -488, पुलिस अमलदार-3,834, होमगार्ड-600 और एसआरपीएफ की 2 टूकड़ी

    ट्रैफिक विभाग का अलग बंदोबस्त

    इस बार शहर के ट्रैफिक में बड़ा बदलाव किया गया है। पुणेकरों का परेशानी न हो इसका ध्यान रखा गया है। इसके अनुसार इस अवधि में ट्रैफिक विभाग के पुलिस अधिकारी और अमलदार तैनात रहेंगे। साथ ही बीडीडीडी टीम, क्यूआरटी के अधिकारी और अमलदार तैनात होंगे।

    आवाज की मर्यादा तय 

    3 से 4 सितंबर और 6 से 7 सितंबर और 9 सितंबर सुबह छह से रात 12 बजे तक ढोल ताशे बजेंगे। जिलाधिकारी ने मंडलों को ध्वनिक्षेपक इस्तेमाल करने की परमिशन दी है, लेकिन कोर्ट के नियमानुसार आवाज की मर्यादा तय की गई है। सीमा लांघने पर कार्रवाई होगी।

    ट्रैफिक के विशेष उपाय

    शहर के मुख्य भागों में ट्रैफिक का पालन कराने के लिए विशेष योजना बनाई गई है। दगडूसेठ हलवाई गणपति, मान के गणपति, ऐतिहासिक परंपरा वाले मंडलों की जगह की ट्रैफिक पर विशेष ध्यान दिया गया है। परिसर में पार्किंग की व्यवस्था, नो पार्किंग जोन, नो व्हीकल जोन, आरक्षित कर्मचारी अधिकारी तैनात रहेंगे।