Sri lanka PM Ranil Wickremesinghe
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    कोलंबो. श्रीलंका के नवनियुक्त प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे (Sri Lanka Prime Minister Ranil Wickremesinghe) ने सोमवार को राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि, देश की अर्थव्यवस्था (Economy) बेहद अनिश्चित स्थिति में है और सरकार कई गंभीर चिंताओं का सामना कर रही है। उन्होंने कहा कि देश में केवल एक दिन का पेट्रोल स्टॉक (Petrol) बचा है। इसके अलावा दैनिक बिजली (Electricity) की कटौती दिन में 15 घंटे तक बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य किसी व्यक्ति, परिवार या समूह को नहीं बल्कि संकटग्रस्त देश को बचाना है।

    पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री बनने के बाद टेलीविजन पर प्रसारित राष्ट्र के नाम अपने अपने संबोधन में यूनाईटेड नेशनल पार्टी (यूएनपी) के नेता विक्रमसिंघे (73) ने कहा कि, इस समय श्रीलंका की अर्थव्यवस्था बेहद अनिश्चित है। हालांकि पूर्व सरकार के बजट में एसएलआर (SLR) 2.3 ट्रिलियन, SLR 1.6 ट्रिलियन का राजस्व इस वर्ष के राजस्व का वास्तविक अनुमान है।

    उन्होंने कहा, स्वीकृत कर्ज सीमा SLR 3200 अरब है। मई के दूसरे सप्ताह तक हमने 1950 अरब खर्च कर दिए थे। इसलिए, शेषफल SLR 1250 अरब है। आज कैबिनेट ने ट्रेजरी बिल जारी करने की स्वीकृत सीमा को 3000 बिलियन से बढ़ाकर 4000 बिलियन करने के लिए संसद में एक प्रस्ताव पेश करने का निर्णय लिया।

    पीएम विक्रमसिंघे ने कहा कि, नवंबर 2019 में हमारा विदेशी मुद्रा भंडार 7.5 बिलियन अमरीकी डालर था। हालांकि, आज, खजाने के लिए 1 मिलियन अमरीकी डालर का पता लगाना एक चुनौती है। वित्त मंत्रालय को गैस आयात करने के लिए आवश्यक 5 मिलियन अमरीकी डालर जुटाने में मुश्किल हो रही है।

    उन्होंने कहा, हम कई गंभीर चिंताओं का सामना कर रहे हैं। कतारों को आसान बनाने के लिए, हमें अगले कुछ दिनों में लगभग 75 मिलियन अमरीकी डॉलर प्राप्त करने होंगे। फिलहाल हमारे पास सिर्फ एक दिन के लिए पेट्रोल का स्टॉक है। आज आए डीजल शिपमेंट से डीजल की कमी कुछ हद तक दूर हो जाएगी।

    प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि, देश में एक चौथाई बिजली तेल से पैदा होती है। इसलिए, एक संभावना है कि दैनिक बिजली कटौती दिन में 15 घंटे तक बढ़ जाएगी। हालांकि, हमने इस संकट को टालने के लिए पहले ही पैसा प्राप्त कर लिया है। उपभोक्ताओं को गैस उपलब्ध कराने के लिए हमें तुरंत 20 मिलियन अमरीकी डालर प्राप्त करने होंगे।

    उन्होंने आगे कहा कि, हमने 2022 के लिए प्रस्तावित विकास बजट के लिए एक नया वैकल्पिक बजट पेश करने की योजना बनाई है। इसे रियायती बजट के रूप में पेश करने का इरादा है। उन्होंने कहा कि, मैं श्रीलंकाई एयरलाइंस का निजीकरण करने का प्रस्ताव करता हूं, जो व्यापक नुकसान उठा रही है। अकेले 2020-2021 के लिए नुकसान SLR 45 बिलियन है। 31 मार्च 2022 तक कुल घाटा 372 अरब रुपये का घाटा हुआ। भले ही हम श्रीलंकाई एयरलाइंस का निजीकरण करें, यह एक नुकसान है जिसे हमें सहन करना होगा।

    गौरतलब है कि विक्रमसिंघे को गुरुवार को श्रीलंका का 26वां प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया था क्योंकि देश सोमवार से ही बिना सरकार के था। तब प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर उनके समर्थकों के हमले के बाद हिंसा भड़क जाने के उपरांत अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

    उल्लेखनीय है कि श्रीलंका 1948 में मिली आजादी के बाद से सबसे खराब आर्थिक संकट से गुजर रहा है। विदेशी मुद्रा भंडार की भारी कमी से ईंधन, रसोई गैस एवं अन्य जरूरी चीजों के लिए लंबी लंबी कतारें लग गई हैं तथा भारी बिजली कटौती एवं खाने-पीने के बढ़ते दामों ने लोगों की दुश्वारियां बढ़ा दी हैं। आर्थिक संकट से श्रीलंका में राजनीतिक संकट पैदा हो गया और प्रभावशाली राजपक्षे की इस्तीफे की मांग होने लगी। राष्ट्रपति गोटबाया ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया लेकिन उन्होंने पिछले सप्ताह नये प्रधानमंत्री एवं युवा मंत्रिमंडल को नियुक्त किया। नयी सरकार राष्ट्रपति के अधिकारों में कटौती के लिए अहम संवैधानिक सुधार पेश करेगी।