WTC के नए सीज़न में नहीं गिना जाएगा BAN vs AFG जारी टेस्ट मैच, जानिए World Test Championship 2023-2025 से क्यों बाहर हैं आयरलैंड, अफगानिस्तान और जिम्बाब्वे

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-विनय कुमार

11 जून को WTC फाइनल 2023 मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को पटखनी देकर ट्रॉफी जीती। उसके बाद अब आगामी नए सीजन WTC 2023-2025 के लिए मैच होंगे। भारत की टीम वेस्ट इंडीज़ के दौरे के लिए निकल रही है, WI vs IND Test Series, 2023 नए सीजन का पहला मैच होगा भारत का। हालांकि, इस समय Bangladesh vs Afghanistan एक टेस्ट मैच जारी है, लेकिन इस मैच को WTC के नए सीज़न के तहत नहीं गिना जा रहा है। दरअसल, अफगानिस्तान की टीम WTC साइकल का हिस्सा ही नहीं है।

गौरतलब है कि अफगानिस्तान ही नहीं, जिंबाब्वे और आयरलैंड की टीम भी WTC 2023-2025 के सीज़न से बाहर है। आइए जानें, आख़िर फुल टाइम मेंबर होने के बावजूद ये 3 देश टेस्ट चैंपियनशिप में क्यों शामिल नहीं किए गए हैं।

दरअसल, दुनिया के कुल 12 देश ऐसे हैं, जो टेस्ट क्रिकेट खेलते हैं और उन्हें फुल मेंबर का दर्ज़ा मिला हुआ है। इनमें 9 देश ही WTC का हिस्सा होती है। अफगानिस्तान, जिंबाब्वे और आयरलैंड इसका हिस्सा नहीं है।

असल बात ये है कि इन देशों की टीमों के पास इतनी वित्तीय स्रोत नहीं है, कि वे WTC की न्यूनतम  आवश्यकताओं को पूरा करने लायक टेस्ट मैच खेल सकें। इन देशों की टीमें सिर्फ एक टेस्ट मैच ही खेलती हैं। अफगानिस्तान और बांग्लादेश के बीच जारी मैच भी अफ़ग़ानिस्तान के लिए इकलौता टेस्ट मैच है।

गौरतलब है कि ICC WTC 2023-2025 में इंग्लैंड की टीम अकेले 22 मैच खेलेगी। भारत 19 और ऑस्ट्रेलिया भी करीब मैच खेलेंगे। ICC के FTP, यानी फ्यूचर टूर प्रोग्राम की बात की जाए, तो 2023 से 2027 के बीच अफगानिस्तान 21, जिम्बाब्वे 20 और आयरलैंड सिर्फ 12 टेस्ट मैच ही खेलेगा। हालांकि, पिछले FTP की तुलना में यह संख्या तीनों देशों के लिए  काफी ज्यादा है। लेकिन, अभी भी इनके लिए WTC में हिस्सा लेने के लिए यह संख्या कम हैं।

आपको बता दें कि साल 2017 के बाद से 2023- 2027 के बीच  FTP की घोषणा होने तक जिंबाब्वे ,आयरलैंड और अफगानिस्तान ने आपस में कुल मिलाकर सिर्फ 21 टेस्ट मैच खेले थे, जो वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के साइकल में हिस्सा लेने के लिए बहुत कम है।

दूसरा कारण ये भी है कि ये तीनों देश टेस्ट क्रिकेट के नजरिए से काफी कमज़ोर मानी जाती हैं। इसलिए बड़ी टीमें इनके साथ खेलने में ज्यादा रुचि नहीं दिखाती हैं। बिजनेस की बात की जाए, तो जितना पैसा England vs India या Australia vs England के बीच टेस्ट सीरीज कराकर कमाया जा सकता है, वह ऐसी टीमों के साथ नहीं हो सकता। लेकिन, वक्त के साथ ये देश भी आगे बढ़ेंगे और भविष्य में भारत, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, बांग्लादेश, न्यूज़ीलैंड और वेस्ट इंडीज़ जैसे देशों के सामने मैदान में ताल ठोकेंगे।