bcci-increase-in-domestic-cricket-prize-money-drs-in-ranji-trophy-bcci-decision-in-apex-council-meeting

    Loading

    नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) ने घरेलू क्रिकेट के लिए भी अपना खजाना खोलने का फैसला कर लिया है। आईपीएल के मीडिया राइट्स से में मोटी कमाई होने के बाद बीसीसीआई ने यह फैसला लिया है। बीसीसीआई ने (BCCI) फैसला लिया कि, रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) समेत अन्य घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट की इनामी राशि में बढ़ोतरी की जाएगी।

    हाल ही में मुंबई में अपेक्स काउंसिल की बैठक हुई थी। इस बैठक में यह फैसला लिया गया।वहीं, इस साल की रणजी ट्रॉफी जीतने वाली मध्य प्रदेश की क्रिकेट टीम को 2 करोड़ रुपये का चेक सौंपा जाएगा। कोरोना महामारी के बाद यह बीसीसीआई की यह पहली बैठक थी। इस बैठक में बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly), सचिव जय शाह और कोषाध्यक्ष अरुण कुमार धूमल के साथ सभी पदाधिकारी मुंबई स्थित दफ्तर में मौजूद थे। 

    बीसीसीआई (BCCI) के एक अधिकारी ने बताया कि, अपेक्स काउंसिल ने बोर्ड के पदाधिकारियों को संशोधित पुरस्कार राशि पर फैसला करने का अधिकार दे दिया है। इसके अलावा इस बैठक में देवधर ट्रॉफी (Deodhar Trophy) को बंद करने का फैसला लिया गया है। पहली बार साल 1973-74 में इस टूर्नामेंट का आयोजन हुआ था। देवधर ट्रॉफी लिस्ट-ए टूर्नामेंट है, जिसमें इंडिया-ए, बी और सी टीमें हिस्सा लेती हैं।

    बीसीसीआई के एक अधिकारी ने मीडिया से बात करते हुए बताया, “देवधर ट्रॉफी को घरेलू क्रिकेट कैलेंडर से हटाने का फैसला व्यस्त क्रिकेट शेड्यूल के कारण लिया गया। सितंबर से शुरू होने वाले घरेलू क्रिकेट सीजन में काफी सारे मुकाबले खेले जाने हैं। ऐसे में व्यस्त शेड्यूल में हमारे पास देवधर ट्रॉफी के लिए विंडो नहीं था, इसलिए इसे हटाना पड़ा।” 

    बीसीसीआई (BCCI) की इस मीटिंग में कई घरेलू टूर्नामेंट के फॉर्मेट पर भी चर्चा हुई। जिसमें दिलीप ट्रॉफी का भी जिक्र किया गया। बैठक में फैसला लिया गया कि, अब दिलीप ट्रॉफी जोनल फॉर्मेट में खेली जाएगी। बीसीसीआई का मानना है कि, जोनल फॉर्मेट के तहत इस टूर्नामेंट को कराने से टीमों के बीच प्रतिस्पर्धा और ज्यादा बढ़ेगी।

    दिलीप ट्रॉफी में अपने मौजूदा प्रारूप में तीन टीमें शामिल हैं- इंडिया रेड, इंडिया ब्लू और इंडिया ग्रीन। वहीं, रणजी ट्रॉफी में भी अब पहले की तरह ही टीमों को एलीट और प्लेट ग्रुप में बांटा जाएगा। इसके अलावा रणजी ट्रॉफी में डिसीजन रिव्यू सिस्टम यानी डीआरएस के इस्तेमाल की संभावना भी है।

    बीसीसीआई (BCCI) के एक अधिकारी ने बताया, ‘अपेक्स काउंसिल ने अगले सीजन से रणजी ट्रॉफी में डीआरएस लागू करने को लेकर चर्चा की है। इस साल रणजी ट्रॉफी में अंपायर के कई फैसलों पर सवाल उठे थे। जिसके बाद रणजी ट्रॉफी में डीआरएस लागू करने की मांग उठ रही थी। 

    अधिकारी ने कहा, “बीसीसीआई अगले सत्र के लिए डीआरएस प्रणाली को लागू करने के लिए सैद्धांतिक रूप से सहमत हो गई है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो बीसीसीआई के सभी लाइव मुकाबलों के लिए डीआरएस होगा।”

    इस साल रणजी ट्रॉफी के अलावा घरेलू क्रिकेट सीजन में ईरानी ट्रॉफी (रेस्ट ऑफ इंडिया vs रणजी ट्रॉफी विनर), विजय हजारे ट्रॉफी (50 ओवर) और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (20 ओवर) खेली जाएगी।