File Photo
File Photo

    Loading

    नई दिल्ली: इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने क्रिकेट नियमों (ICC New Rules) में कुछ बदलाव किए हैं। यह नए नियम क्रिकेट में आगामी 1 अक्टूबर से लागू किए जाएंगे। कोरोना की वजह से पिछले दो साल से क्रिकेट में बॉल को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया गया था। लेकिन, इसे अब स्थायी कर दिया गया है। सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) के नेतृत्व में पुरुष क्रिकेट कमेटी ने मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) के बनाए नियमों पर महिला क्रिकेट कमेटी के साथ चर्चा भी की और नियमों में कुछ बदलाव किया। 

    नए नियम इस प्रकार हैं- 

    लार का उपयोग: कोरोना की वजह से 2020 के शुरुआत से ही क्रिकेट पर असर पड़ना शुरू हो गया था। जिसके बाद लॉकडाउन के समय क्रिकेट को विश्वभर में बंद कर दिया गया था। लेकिन, जब यह दोबारा शुरू हुआ तब कई नए नियम लागू किए गए थे। उस समय गेंदबाजों को गेंद पर लार का इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी गई थी। हालांकि, अब क्रिकेट कमेटी ने इस नियम पर भी विचार किया और इसे स्थायी कर दिया। यानी अब क्रिकेट में लार का इस्तेमाल पूरी तरह से प्रतिबंधित ही रहेगा। 

    नॉन-स्ट्राइकर का रनआउट: यदि कोई नॉन-स्ट्राइकर बल्लेबाज के गेंद डालने से पहले क्रीज से बाहर निकलता है और गेंदबाज उसे आउट कर देता है तो उसे पहले ‘अनफेयर प्ले’ माना जाता था, लेकिन अब इसे रनआउट करार दिया जाएगा। 

    फील्डिंग टीम का गलत व्यवहार: गेंदबाज के रनअप के दौरान अगर फील्डिंग टीम कोई अनुचित तरीका अपनाती है तो अंपायर उस गेंद को ‘डेड बॉल’ गेंद करार देगा और बल्लेबाजी टीम को पांच पेनल्टी रन दिए जाएंगे।

    कैच आउट: जब कोई बल्लेबाज कैच आउट होगा, तो नया बल्लेबाज स्ट्राइक पर ही खेलने आएगा। जबकि पहले नियम में था कि यदि बल्लेबाज कैच आउट होने से पहले स्ट्राइक चेंज करता है, तो नया बल्लेबाज नॉन स्ट्राइक पर आएगा। 

    बल्लेबाज का स्ट्राइक लेने का समय: किसी बल्लेबाज के आउट होने के बाद जब नया बैटर स्ट्राइक पर आता है, तो उसे अब टेस्ट और वनडे में 2 मिनट के अंदर स्ट्राइक पर आना होगा। जबकि टी20 इंटरनेशनल में यह समय 90 सेकंड है। यदि नया बैटर टाइम पर नहीं आता है, तो फील्डिंग टीम का कप्तान टाइम आउट की अपील कर सकता है।

    स्ट्राइकर बल्लेबाज के बॉल खेलने का अधिकार: यह प्रतिबंधित है, क्योंकि खेलते समय बल्ले या बैटर को पिच के अंदर ही होना चाहिए। अगर बैटर पिच से बाहर आकर गेंद खेलने को मजबूर होता है, तो अंपायर कॉल होगा कि वह उसे डेड बॉल करार दे। यदि कोई बॉल बैटर को पिच से बाहर आने पर मजबूर करती है, तो अंपायर उसे नोबॉल दे सकते हैं। 

    ओवर पेनल्टी नियम: टी20 इंटरनेशनल में जब कोई फील्डिंग टीम समय पर निर्धारित ओवर खत्म नहीं करती है, तो मैच के आखिर (डेथ ओवर्स) में उस टीम को बाउंड्री पर एक फील्डर कम करने की सजा मिलती है। वह फील्डर सर्कल के अंदर लगता है। इसे ही इन-मैच पेनल्टी नियम कहते हैं। अब यह नियम वनडे में भी इस्तेमाल किया जाएगा। जो 2023 में पुरुष क्रिकेट वर्ल्ड कप सुपर लीग के खत्म होने के बाद लागू होगा।