यह पत्र सीए के अंतरिम सीईओ निक हॉकले और अध्यक्ष अर्ल इडिंग्स ने ‘भारतीय क्रिकेट के मित्रो' के संबोधन के साथ शुरू किया है।
मेलबर्न. क्रिकेट आस्ट्रेलिया (CA) ने बुधवार को मेजबान टीम पर टेस्ट श्रृंखला (India vs Australia Test Series) में ऐतिहासिक जीत के दौरान दिखाये गये साहस, दृढ़ता और कौशल के लिये भारतीय टीम की प्रशंसा की और इस मुकाबले का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिये भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) का आभार व्यक्त किया।
अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) की अगुवाई वाली अपेक्षाकृत कमजोर टीम ने तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद गाबा में आस्ट्रेलिया की मजबूत टीम को तीन विकेट से हराकर चार मैचों की श्रृंखला 2-1 से जीती और बोर्डर-गावस्कर ट्राफी अपने पास बरकरार रखी।
सीए (CA) ने बीसीसीआई (BCCI) का आभार व्यक्त करते हुए पत्र में लिखा, ‘‘क्रिकेट आस्ट्रेलिया में सभी की तरफ से हम बोर्डर-गावस्कर ट्राफी बरकरार रखने के लिये इस श्रृंखला में दिखाये गये साहस, दृढ़ता और कौशल के लिये भारतीय टीम को बधाई देते हैं। इस श्रृंखला की आने वाली पीढ़ियों में भी चर्चा होती रहेगी। ”
An open letter to our friends in Indian Cricket, and to everyone who played their part to help deliver this memorable series! 🤜🤛 @BCCI pic.twitter.com/rk4cluCjEz
— Cricket Australia (@CricketAus) January 20, 2021
यह पत्र सीए के अंतरिम सीईओ निक हॉकले और अध्यक्ष अर्ल इडिंग्स ने ‘भारतीय क्रिकेट के मित्रो’ के संबोधन के साथ शुरू किया है जिसमें सौरव गांगुली की अगुवाई वाले बोर्ड का कोविड-19 महामारी के बावजूद सफलतापूर्वक दौरा करने के लिये आभार व्यक्त किया गया है।
पत्र में कहा गया है, ‘‘आस्ट्रेलियाई क्रिकेट अपनी दोस्ती, विश्वास और प्रतिबद्धता के लिये हमेशा बीसीसीआई का आभारी रहेगा जिसने एक श्रृंखला के आयोजन में मदद करके दुनिया के लाखों लोगों को मुश्किल समय में खुशी मनाने का मौका दिया। ”
सीए (CA) ने लिखा है, ‘‘वैश्विक महामारी के दौरान अंतरराष्ट्रीय दौरे से जुड़ी कई चुनौतियां हैं और हम भारतीय खिलाड़ियों, कोचों और सहयोगी स्टाफ का आभार व्यक्त करते हैं।” दोनों टीमों ने सिडनी टेस्ट में मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह पर नस्ली टिप्पणियों के बावजूद अपना ध्यान क्रिकेट पर बनाये रखा।
आस्ट्रेलियाई बोर्ड ने कहा, ‘‘सार्वजनिक स्वास्थ्य और साजो सामान से जुड़ी चुनौतियों के बावजूद बीसीसीआई ने अंतरराष्ट्रीय खेल के सबसे बड़े दूत की अपनी ख्याति के अनुरूप सहयोग की भावना बनाये रखी। हम इसे संभव बनाने के लिये बीसीसीआई में अपने मित्रों के बलिदान को कभी नहीं भूलेंगे। ”(एजेंसी)