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    नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के बेहतरीन और अनुभवी गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का आज यानी 6 दिसंबर को जन्मदिन है। बुमराह ने अपने दम पर पहचान बनाई और आज वह क्रिकेट जगत में सबसे शानदार गेंदबाजों की सूची में आते हैं। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah Birthday) इस साल अपना 29वां जन्मदिन मना रहे है। उनका साल 1993 में अहमदाबाद में हुआ था। बुमराह अपनी इन-स्विंगिंग यॉर्कर डिलीवरी (Yorker King) में भी काफी मशहूर हैं। उनकी गेंदबाजी से बड़े-बड़े क्रिकेटर भी डरते है।

    5 साल की उम्र में पिता का निधन, गरीबी में गुजरा बचपन  

    बुमराह का बचपन काफी कठिनाइयों से गुजरा था। बुमराह की उम्र महज 5 साल थी जब उनके पिता का निधन हो गया था। जिसके बाद बुमराह और उनकी बहन जुहिका की जिम्मेदारी उनकी मां के कंधों पर आ गई। बुमराह का बचपन इतनी गरीबी में बीता की उनके पास सिर्फ एक टी शर्ट हुआ करती थी, जिसे वह रोज धोते थे ताकि उसे अगले दिन पहन सकें। इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और अपने सपने को पूरा करने के लिए संघर्ष करते रहे।

    मां को बताई क्रिकेटर बनने की ख्वाहिश

    बुमराह जब 14 वर्ष के हुए तब उन्होंने पहली बार अपनी मां से क्रिकेटर बनाने की इच्छा जाहिर की थी। उनका सिलेक्शन प्रोसेस किसी फिल्मी कहानी जैसा था, जब एक दिन उन्हें खेलता देख सेलेक्टर ने उन्हें मौका दिया था। गुजरात की टीम के लिए खेलने के बाद बुमराह को आईपीएल में खेलने का मौका मिला। बुमराह की मां दलजीत बताती हैं कि जब उन्होंने अपने बेटे को टीवी पर देखा तो अपने आंसू रोक ना सकी। 

    डेथ ओवर के किंग  

    जसप्रीत बुमराह ने अपनी बेहतरीन गेंदबाजी से बड़े-बड़े बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया है। वह डेथ ओवरों के गेंदबाज के लिए काफी फेमस हैं। टीम इंडिया को डेथ ओवर में गेंदबाजी करने के लिए किसी की तलाश थी, तभी भारतीय टीम में बुमराह की एंट्री हुई थी और उन्होंने टीम इंडिया के डेथ ओवर की गेंदबाजी का जिम्मा संभाला था। वह इंडियन प्रीमियर लीग के माध्यम से ही टीम इंडिया का हिस्सा बने। 

    परफेक्ट यॉर्कर के बादशाह 

    जसप्रीत बुमराह आईपीएल की सबसे सफल टीम मुंबई इंडियंस का हिस्सा हैं। उन्हें परफेक्ट यॉर्कर के लिए भी जाना जाता है। आईपीएल में उनका धमाल अभी भी जारी है। आईपीएल के जरिए उन्हें टीम इंडिया का टिकट मिला। जिसके बाद आज के समय में वह भारतीय टीम के प्रमुख गेंदबाज हैं, जिन्होंने कई फंसे मैच को भारत के कब्जे में किया है।   

    यॉर्कर करना कैसे सीखे 

    जसप्रीत बुमराह को क्रिकेट काफी पसंद था, उन्होंने इसकी शुरुआत घर से ही की थी। वह दिनभर दीवार पर लगातार गेंदबाजी करते रहते थे। एक दिन मां ने तंग आकर कहा कि अगर खेलना है तो ऐसे बॉल फेंकों की ज्यादा शोर ना हो। जिसके बाद जसप्रीत ने नायाब तरीका निकाला और वह दीवार की जगह फ्लोर स्कर्टिंग (फ्लोर को जोड़ने वाले निचले छोर) पर बॉल फेंकने लगे। यहीं से जसप्रीत ने यॉर्कर गेंदबाजी करना सीखी।

    ऐसा है बुमराह का करियर

    दाएं हाथ से गेंदबाजी करने वाले बुमराह अपनी सटीक यॉर्कर और कसी हुई गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं। वह बल्लेबाज को हावी होने का ज्यादा मौका नहीं देते। बुमराह के नाम 72 वनडे में 121, 30 टेस्ट में 128 और 60 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में 70 विकेट दर्ज हैं। 27 रन देकर 6 विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन है।