कोलकाता: बांग्लादेश के गेंदबाज तस्कीन अहमद ने शुक्रवार को कहा कि इस विश्व कप में बल्लेबाजों की मददगार विकेट होने का उनकी टीम को खामियाजा भुगतना पड़ा है क्योंकि गेंदबाजों के प्रभावी नहीं होने का असर टीम के प्रदर्शन पर पड़ा है। लगातार चार मैच हारने के बाद बांग्लादेश सेमीफाइनल की दौड़ से लगभग बाहर है।
तस्कीन ने नीदरलैंड के खिलाफ मैच से पहले कहा,‘‘मैने इस विश्व कप में देखा कि गेंदबाजों के लिये कुछ नहीं है। यह बल्लेबाजों का मददगार विकेट है। सारे मैदान ऐसे ही हैं।” उन्होंने कहा,‘‘भारत में बल्लेबाजों की मददगार विकेटों पर जिन टीमों की बल्लेबाजी में गहराई है, उन्हें ही फायदा मिल रहा है। भारत को छोड़कर उपमहाद्वीप की कोई टीम नहीं चल पा रही। जो टीमें बड़े स्कोर बना रही है, वे ही जीत रहीं हैं।”
उन्होंने कहा,‘‘इस तरह के हालात में बात रफ्तार की नहीं है। आपके पास विविधता और मैच जागरूकता भी होनी चाहिये । इस तरह की पिचों पर काफी कौशल चाहिये।” दक्षिण अफ्रीका से 149 रन से हारने के बाद बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन अपने निजी कोच से सलाह लेने ढाका चले गए। तस्कीन ने कहा कि इससे टीम भावना पर असर नहीं पड़ा है।
उन्होंने कहा,”उसने कोई नियम नहीं तोड़ा है। यह विश्राम का दिन था और कोलकाता चूंकि ढाका से काफी करीब है तो वह क्रिकेट के सिलसिले में ही अनुमति लेकर गया है।” उन्होंने कहा,‘‘उसने वहां चार घंटे बिताये और फिर लौट आया। हम इसकी तारीफ करते हैं कि वह अपनी बल्लेबाजी को लेकर कितना फिक्रमंद है। उसके आने के बाद हमने साथ में डिनर किया। टीम का माहौल बहुत अच्छा है।’ (एजेंसी)