sourav ganguly and virat kohli

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    -विनय कुमार 

    क्रिकेट की दुनिया में खेल रहे खिलाड़ियों में महारथी विराट कोहली (Virat Kohli) ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली गई 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में हार के बाद टेस्ट क्रिकेट टीम की कप्तानी से भी इस्तीफा दे दिया था। ये तो आपको मालूम है ही। लेकिन, चौंकाने वाली खबर ये आ रही है कि अगर कोहली ने टेस्ट सीरीज समाप्त होने बाद कप्तानी नहीं छोड़ी होती, तो उन्हें कप्तानी से बर्खास्त कर दिया जाता। BCCI के अध्यक्ष विराट के खिलाफ यह कदम उठाने की तैयारी में थे। क्योंकि, सौरव गांगुली अपने ईगो में आ गए थे। इस पीछे कारण ये बताया जाता है कि विराट कोहली ने अनजाने में सौरव गांगुली  और BCCI मेंबर्स पर झूठ बोलने का आरोप लगाया था।

    सूत्रों के मुताबिक, साउथ अफ्रीका टेस्ट सीरीज के बाद कोहली को टेस्ट टीम की कप्तानी से हटाने को लेकर बात हो चुकी थी। लेकिन, बीसीसीआई के सभी सदस्य इस कार्रवाई के पक्ष में नहीं थे। बताया जाता है कि ज्यादातर मेंबर्स विभाजित कप्तानी (अलग-अलग फॉर्मेट की टीम के अलग कप्तान) के खिलाफ थे और भारतीय टीम की कप्तानी में एक नई शुरुआत चाहते थे।  इसी कारण से अगर विराट कोहली ने कप्तानी नहीं छोड़ी होती, तो उनको बर्खास्त कर दिया जाता।

    गौरतलब है कि साउथ अफ्रीका दौरे (India on South Africa Tour 2021-2022) से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने परोक्ष तौर पर BCCI के अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly BCCI President) और BCCI के पदाधिकारियों पर झूठ बोलने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि उन्हें भारत की T20 टीम की कप्तानी से हटने का फैसला करने के बाद BCCI के किसी भी पदाधिकारी का फोन नहीं आया। वहीं, दूसरी तरफ सौरव गांगुली ने कहा था कि उन्होंने स्वयं व्यक्तिगत तौर पर उनसे बात की थी और कप्तानी नहीं छोड़ने कोंकहा था। 

    विराट कोहली का क्या था कहना

    विराट कोहली (Virat Kohli) ने कहा, “टेस्ट सीरीज (SA vs IND Test Series, 2021-2022) के लिए 8 तारीख को टीम सिलेक्शन मीटिंग से डेढ़ घंटे पहले मुझसे संपर्क किया गया था, और मुझसे कोई संपर्क नहीं किया गया था। कॉल समाप्त करने से पहले मुझे कहा गया कि पांचों सिलेक्टर्स ने निर्णय लिया है कि मैं वनडे टीम की कप्तानी नहीं करूंगा। जिस पर मेरा जवाब था- ठीक है।”

    सौरव गांगुली का कोहली के बयान पर जवाब

    BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा, “यह एक कॉल है जिसे BCCI और टीम सिलेक्टर्स ने एक साथ लिया। दरअसल, BCCI ने विराट कोहली से T20I की कप्तानी नहीं छोड़ने का अनुरोध किया था। लेकिन, उन्होंने बात नहीं मानी। मैंने बतौर अध्यक्ष व्यक्तिगत तौर पर विराट कोहली से बात की और चीफ़ सिलेक्टर ने भी उनसे बात की।”

    हालांकि, BCCI के पदाधिकारियों ने प्रेशर पड़ने की वजह से उसके बाद विराट कोहली के खिलाफ कोई और कमेंट नहीं किया। बेशक, BCCI President सौरव गांगुली नाखुश थे और विराट को कारण बताओ नोटिस (Show Cause Notice) भेजना चाहते थे। लेकिन, ये बात जरूर थी कि, साउथ अफ्रीका के दौरे की वजह से विराट कोहली के खिलाफ यह कार्रवाई नहीं करने को लेकर बीसीसीआई के अन्य पदाधिकारियों ने सौरव गांगुली को मना लिया। फैसला लिया गया था कि, साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज खत्म होते ही विराट कोहली की कप्तानी छीन ली जाएगी। लेकिन, बीसीसीआई कोई ऐसी कार्रवाई करती, उससे पहले ही विराट कोहली ने सूट अफ्रीका के खिलाफ अंतिम टेस्ट मैच खेलने के बाद कप्तानी से इस्तीफा का एलान कर दिया।