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    विनय कुमार

    नयी दिल्ली. ICC T20 World Cup, 2021 जारी के सुपर-12 राउंड के आरंभ होने से पहले दुनिया की बड़ी टीमें बीते सोमवार, यानी कल 18 अक्टूबर को वॉर्म-अप मैच खेलने मैदान में उतरे। ‘विराट’सेना भी इंग्लैंड के खिलाफ अपने पहले प्रैक्टिस मैच के लिए ताल ठोकने उतरी। लेकिन, इस मैच के पावर-प्ले (power play) में ही एक बड़ा गंभीर सवाल खड़ा हो गया। टीम इंडिया के मौजूदा सबसे अनुभवी तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार (Bhuvaneshwar Kumar) की गेंदबाज़ी में वो धार नजर नहीं आई, जो उनकी खासियत रही है।

    हालांकि, हाल ही समाप्त हुए IPL 2021 में भी उनका जादू पूरी तरह फीका नजर आया। इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए इस प्रैक्टिस मैच में भुवनेश्वर कुमार ने  शुरुआती दो ओवरों में ही (ENG vs IND warm-up match T20 WC, 2021) 21 रन दे दिए, और स्लॉग ओवरों में तो उनका हाल और खराब नजर आया। उन्होंने 10 रन प्रति ओवर से ज्यादा की औसत से रन लुटाए, जो कम से कम उनकी गेंदबाजी से उम्मीद नहीं की जा सकती। इंग्लैंड क्रिकेट टीम के दोनों सलामी बल्लेबाजों ने भुवनेश्वर कुमार को बहुत ही आराम से खेला। भुवनेश्वर कुमार की इस बेधार गेंदबाजी को लेकर T20 World Cup टीम मैनेजमेंट सहित क्रिकेटप्रेमियों के सामने कई बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।

    1. क्या Power-Play में कारगर हैं भुवनेश्वर कुमार ?

    भुवनेश्वर कुमार (Bhuvaneshwar Kumar) white ball cricket, यानी ODI और T20 cricket में भारत के स्ट्राइकर गेंदबाज रहे हैं। लेकिन, UAE में न तो पिच उनका साथ दे रही हैं, और न ही उनकी गेंदबाजी में भुवनेश्वर कुमार की धार नजर आ रही है। डेढ़-दो साल पहले उनकी बोलिंग खतरनाक और घातक थी, लेकिन अब ऐसा लगता है कि उनकी गेंदबाजी की गति कम हुई है और सीम और स्विंग (seam and swing) के खिलाफ बल्लेबाजों को आराम से खेलने का पर्याप्त वक्त मिल रहा है। यही वजह है कि वर्ल्ड कप के प्रैक्टिस मैच के पावर-प्ले (Power Play) में जॉस बटलर (Jos Butler) और जेसन रॉय (Jason Roy) ने धुनाई कर दी।

    2. कहां फिट बैठेंगे भुवनेश्वर कुमार ?

    हां, एक बात ज़रूर है कि आई के बीच के ओवरों में अनुभवी गेंदबाजों की जरूरत पड़ती है। और यकीनन आम तौर पर अनुभवी गेंदबाज ही मैच के इस दौर में विकेट दिलाते हैं। लेकिन, हकीकत ये भी है कि पुरानी गेंद के साथ एक अलग ही कलाकारी की आवश्यकता होती है। और, चूंकि, भुवनेश्वर कुमार (Bhuvaneshwar Kumar) आम तौर पर शुरुआती ओवर करते हैं, वे नई गेंद के ही गेंदबाज हैं। अब, ऐसे में जब आईपीएल (IPL 2021) में भी उनकी गेंदबाजी UAE के मैदानों में बेअसर नज़र आई, सवाल ये सामने खड़ा होता है कि भुवनेश्वर कुमार गेंदबाजी में किस क्रम में फिट बैठेंगे ?

    3. स्लॉग ओवर में भी कठिन है रास्ता

    यह बात क्रिस्टल क्लियर  है कि जब किसी सीमर (तेज़ गेंदबाज) की उसकी प्रमुख ताकत सीम और स्विंग (seam and swing) पहले की अपेक्षा पड़ जाती है, तो इसका असर स्लॉग ओवरों (slog overs) पर भी पड़ता है। ऐसे में डर इस बात की भी रहेगी कि भुवनेश्वर कुमार की गेंदबाज़ी का एप्रोच डिफेंसिव न हो जाए ? यानी पिच पर सेट हो चुके बल्लेबाजों की बैटिंग से बचने का तरीका। ऐसे में टीम इंडिया की मैदान में जीत को लेकर बन रही रणनीति पर अमल कैसे होगा ? इंग्लैंड के खिलाफ वॉर्म-अप मैच में (ENG vs IND warm-up match T20 WC) जब भुवनेश्वर कुमार मैच का 17वां और अपना तीसरा ओवर बोलिंग करने आए, तो वे 12 रन दे बैठे। और मैच के अंतिम डेथ ओवर में उन्होंने 21 रन खर्च कर डाले। कुल मिलाकर 4 ओवर की बोलिंग में उन्होंने 54 रन खर्च कर दिए, जो बहुत ही महंगा रहा। 

    4. आईपीएल का निराशाजनक प्रदर्शन

    हाल ही में खत्म हुए IPL 2021 में भुवनेश्वर कुमार ,(Bhuvaneshwar Kumar) के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद T20 World Cup Team India में उनके चयन पर बहस हो रही थी और कई क्रिक्रेटपंडितों ने उन्हें अपनी टीम में जगह नहीं दी थी, लेकिन, टीम इंडियांके चयनकर्ताओं ने उन पर भरोसा जताया है। गौरतलब है कि, IPL 2021 में खेले कुल  11 मैचों में 42 ओवर की गेंदबाजी में वो  सिर्फ 6 विकेट ही चटका सके। जिसमें उनका इकॉनमी रेट 7.97 का रहा। और, ये दोनों ही बातें भुवनेश्वर कुमार की शख्सियत से मेल नहीं खातीं हैं।