INDW-vs-BANW
Photo: Twitter/@BCCIWomen

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मीरपुर: बांग्लादेश की सलामी बल्लेबाज फरगाना हक (Fergana Haq) के करियर के पहले शतक और भारत की हरलीन देओल (Harleen Deol) के आकर्षक अर्धशतक का गवाह रहा तीसरा महिला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच (3rd ODI Match) शनिवार को यहां टाई रहा, जिससे दोनों देशों के बीच तीन मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर रही। बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए चार विकेट पर 225 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया।

इसके जवाब में भारतीय टीम 49.3 ओवर में 225 रन पर आउट हो गई। फरगाना हक ने 160 गेंदों पर 107 रन बनाए जिसमें सात चौके शामिल हैं। वह बांग्लादेश की तरफ से वनडे में शतक जड़ने वाली पहली महिला खिलाड़ी हैं। वह पारी की अंतिम गेंद पर आउट हुई। उन्होंने अपनी इस पारी के दौरान शमीमा सुलताना (52) के साथ पहले विकेट के लिए 93 रन की साझेदारी की। हरलीन ने 108 गेंदों पर नौ चौकों की मदद से 77 रन बनाए जो उनके करियर का सर्वोच्च स्कोर है।

उन्होंने स्मृति मंधाना (59) के साथ तीसरे विकेट के लिए 107 रन की साझेदारी करके भारत को शुरुआती झटकों से उबारा। जेमिमा रोड्रिग्स 33 रन बनाकर नाबाद रही लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिरने के कारण वह भारत को लक्ष्य तक नहीं पहुंचा पाई। भारत ने आखिरी छह विकेट 34 रन के अंदर गंवाए। बांग्लादेश ने पहला वनडे 40 रन से जीता था जो उसकी इस प्रारूप में भारत के खिलाफ पहली जीत थी। भारत ने दूसरे वनडे में 108 रन से बड़ी जीत दर्ज करके शानदार वापसी की थी। 

भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसने पांचवें ओवर तक सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा (04) और विकेटकीपर बल्लेबाज यास्तिका भाटिया (05) के विकेट गंवा दिए जिससे टीम का स्कोर दो विकेट पर 32 रन हो गया।  इसके बाद मंधाना और देओल ने लगभग 23 ओवर तक बांग्लादेश के गेंदबाजों को सफलता से वंचित रखा। इन दोनों ने संभल कर बल्लेबाजी की और ढीली गेंदों को सीमारेखा तक पहुंचाया। उन्होंने स्ट्राइक रोटेट करके गेंदबाजों पर दबाव बनाया।

इस बीच उन्होंने बांग्लादेश के लचर क्षेत्ररक्षण का भी फायदा उठाया।  मंधाना के अपना 26वां अर्धशतक पूरा करने के बाद आउट होने से यह साझेदारी टूटी। मंधाना ने फाहिमा खातून की अतिरिक्त उछाल लेती गेंद को कट करने के प्रयास में बैकवर्ड स्क्वायर लेग पर कैच दिया। उन्होंने 85 गेंद की अपनी पारी में पांच चौके लगाए। कप्तान हरमनप्रीत कौर (14) ने विश्वसनीय शुरुआत की लेकिन वह हरलीन का लंबा साथ नहीं दे पाई जिसकी की टीम को जरूरत थी।

हरमनप्रीत ने नाहिदा अख्तर की गेंद पर स्लिप में कैच दिया। भारतीय कप्तान हालांकि अंपायर के फैसले से संतुष्ट नहीं थी क्योंकि उन्हें लगा कि गेंद पैड से लगकर क्षेत्र रक्षक के पास पहुंची थी। भारत में जब 38 ओवर में चार विकेट पर 173 रन बनाए थे तभी बारिश के कारण खेल रोकना पड़ा। उस समय बराबरी का स्कोर 151 रन था और इस तरह से भारत 22 रन आगे था। भारत ने इसके बाद पांच गेंद के अंदर हरलीन और दीप्ति शर्मा (01) के विकेट गंवा दिए। ये दोनों ही तेजी से रन चुराने के प्रयास में रन आउट हुए जिससे भारतीय टीम मुश्किल में पड़ गई।  विकेट गिरने का क्रम जारी रहा तथा भारतीय टीम ने फिर से पांच गेंद के अंदर अमनजोत कौर (10), स्नेह राणा और देविका वैद्य के विकेट गंवाए।

नाहिदा अख्तर ने स्नेह राणा और देविका को खाता भी नहीं खोलने दिया। भारत को जब एक रन की जरूरत थी तब मारूफा अख्तर ने मेघना सिंह (06) को विकेट के पीछे कैच कराकर मैच का रोमांचक अंत किया।  इससे पहले बांग्लादेश महिला टीम ने वनडे में दूसरा सर्वोच्च स्कोर बनाया। उसने 2022 में पाकिस्तान के खिलाफ सात विकेट पर 234 रन बनाए थे।  भारत की तरफ से स्नेह राणा ने 45 रन देकर दो तथा देविका वैद्य ने 42 रन देकर एक विकेट लिया।

फरगाना और शमीमा ने बांग्लादेश को बहुत अच्छी शुरुआत दिलाई तथा भारतीय गेंदबाजों को 27वें ओवर तक सफलता से वंचित रखा। शमीमा के आउट होने से यह साझेदारी टूटी। उन्हें राणा ने आउट किया। शमीमा ने अपनी 78 गेंद की पारी में पांच चौके लगाए। फरगाना ने इसके बाद कप्तान निगार सुलताना (24) के साथ मिलकर पारी आगे बढ़ाई। भारतीय गेंदबाजों को सफलता नहीं मिली भले उन्होंने बहुत अधिक रन नहीं लुटाए। भारत के खिलाफ दूसरे वनडे में 47 रन की पारी खेलने वाली फरगाना ने एक छोर संभाले रखा जिससे अन्य बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का भी मौका मिला।

बांग्लादेश को जब तेजी से रन बनाने की जरूरत थी तब राणा ने 41वें ओवर में निगार सुल्ताना को आउट करके भारत को महत्वपूर्ण सफलता दिलाई। इसके एक ओवर बाद देविका ने ऋतु मोनी (02) को कप्तान हरमनप्रीत के हाथों कैच कराया। फरगाना ने 46वें ओवर में मेघना सिंह पर दो चौके लगाए। उन्होंने 48वें ओवर में अपना शतक पूरा किया। बांग्लादेश ने आखिरी 10 ओवरों में 62 रन बनाए और इस बीच तीन विकेट गंवाए।