Arsene Wenger Indian Football Team
आर्सीन वेंगर

Loading

भुवनेश्वर: दिग्गज कोच आर्सीन वेंगर (Arsene Wenger) ने मंगलवार को यहां फीफा-एआईएफएफ अकादमी (FIFA-AIFF Academy) का उद्घाटन करते हुए भारत (India) में ‘प्रतिभाओं को तलाशने’ और देश को विश्व फुटबॉल (International Football) मानचित्र पर स्थापित करने के लिए खुद को प्रतिबद्ध बताया।   

आर्सेनल के पूर्व कोच वेंगर वर्तमान में फीफा (फुटबॉल की वैश्विक संचालक संस्था) के वैश्विक फुटबॉल विकास के प्रमुख के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने हालांकि कोई समय सीमा नहीं दी कि भारत कब तक ‘महान खिलाड़ी’ तैयार करना शुरू कर देगा। उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर पर उचित विकास के बिना, देश वैसा ही रहेगा जैसा अभी है।  

वेंगर ने कहा, ‘‘हमारी परियोजना भारत में प्रतिभाओं की पहचान करना, सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को एक साथ लाना, उन्हें एक अच्छा कोचिंग कार्यक्रम देना, उन्हें अच्छी शिक्षा और अच्छे स्तर की प्रतिस्पर्धा देना और उन्हें महान खिलाड़ी बनाना है।” अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) और ओडिशा सरकार के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के दौरान मौजूद वेंगर ने कहा, ‘‘हमारा बड़ा प्रयास प्रतिभा को बाहर निकालना और उन्हें जितना हो सके उतना अच्छा बनाना है।”  

इस करार के तहत पहले समूह में फीफा के कोच अंडर-14 वर्ग के देश भर के 50 खिलाड़ियों का चयन कर उन्हें दो साल तक अकादमी में प्रशिक्षण देंगे। इसमें से 15 खिलाड़ी ओडिशा के होंगे। ओडिशा सरकार खिलाड़ियों के भोजन, आवास और शिक्षा का ख्याल रखेगी जबकि फीफा तकनीकी जानकारी और कोच प्रदान करेगा।  

फीफा ने पहले ही कोच के तौर पर स्पेन के सर्गी अमेजकुआ फॉन्ट्रोडोना की सिफारिश की है। वह इससे पहले परियोजना निदेशक के रूप में चीन में फुटबॉल के विकास में शामिल थे। वह दो साल के लिए अकादमी के मुख्य कोच बन सकते हैं जबकि उन्हें सहयोग देने के लिए एक भारतीय (कोच) को कुछ महीनों में नियुक्त किया जायेगा। चार-पांच महीने में एक विदेशी सहायक कोच की नियुक्ति भी की जायेगी।

वेंगर ने कहा, ‘‘इतनी बड़ी आबादी के साथ भारत के पास दुनिया में शीर्ष पर रहने की अपार संभावनाएं हैं। हम मिलकर यही हासिल करना चाहते हैं। इसमें कितना समय लगेगा, मुझे नहीं पता।” वेंगर ने अकादमी का निरीक्षण किया जो शीर्ष श्रेणी की सुविधाओं के साथ तैयार है। इस अकादमी की शुरुआत ओडिशा राज्य फुटबॉल अकादमी के रूप में हुई थी। उन्होंने कहा, ‘‘हमने अभी-अभी अकादमी का दौरा किया है, बुनियादी ढांचे की गुणवत्ता बहुत अच्छी है।”  

एआईएफएफ के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने कहा कि इस अकादमी से निकलने वाले खिलाड़ियों से भारत योग्यता के आधार पर फीफा अंडर-17 विश्व कप के लिए क्वालीफाई कर सकता है। भारत ने 2017 फीफा अंडर-17 विश्व कप में मेजबान देश के रूप में भाग लिया था।

उन्होंने कहा, ‘‘ हमें योग्यता के आधार पर अंडर-17 विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने का सपना देखना चाहिये। हमें अंडर-17 आयु वर्ग में सर्वश्रेष्ठ में से एक बनने का प्रयास करना चाहिए और उसके बाद हम दुनिया के शीर्ष देशों में से एक बनने के बारे में सोच सकते हैं। हम आने वाले तीन वर्षों में ऐसा कर सकते हैं।” ओडिशा के खेल मंत्री तुषारकांति बेहरा ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अकादमी से निकलने वाले खिलाड़ी राज्य और देश को गौरवान्वित करेंगे। (एजेंसी)